उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर 20 अगस्त से भाद्रपद महीना शुरू हो चुका है. इस बीच कई व्रत किये जाएंगे. सबसे पहले 26 को जन्माष्टमी है. इसके बाद छह पर्व होंगे. हिंदी का यह महीना 18 सितंबर तक है. इस बार जन्माष्टमी पर विशेष संयोग बन रहा है, जिसे पुरोहित शुभ बता रहे हैं. इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में होंगे. यह ठीक वैसा ही है जैसे श्रीकृष्ण के जन्म के समय संयोग बना था. जिस रात में अष्टमी तिथि मध्यकाल में होती है, उसी दिन जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन रोहिणी नक्षत्र व चंद्रमा का वृषभ राशि में होना फलदायी माना जा रहा है. साथ ही अगर जन्माष्टमी सोमवार या बुधवार को हो तो जयंती योग का शुभ संयोग बनता है. जिस दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था, उस दिन बुधवार था. 26 को सामान्य लोग जन्माष्टमी मनाएंगे. 27 को साधु-संतों की जन्माष्टमी मनेगी. भाद्रपद के ये हैं पर्व 26 अगस्त – जन्माष्टमी 27 अगस्त – साधु-संतों की जन्माष्टमी 2 सितंबर – सोमवती अमावस्या 6 सितंबर – हरितालिका तीज 7 सितंबर – गणेश चतुर्थी 15 सितंबर – प्रदोष व्रत 17 सितंबर – विश्वकर्मा पूजा, अनंत चतुर्दशी 18 सितंबर – पितृ पक्ष प्रारंभ
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