बागमती के पानी से घिरे मुजफ्फरपुर के एक दर्जन गांव, ग्रामीणों की बढ़ी मुश्किलें, लेकिन आपदा विभाग नहीं मानता बाढ़
बागमती में आये उफान से औराई और कटरा के एक दर्जन से अधिक गांव पानी से घिरे हुए हैं. ग्रामीणों को गांव से शहर व प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए कोई रास्ता सूझ नहीं रहा है. बीमार बुजुर्ग, महिलाओं को अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो गया है. लेकिन आपदा विभाग की गाइडलाइन (एसओपी )के अनुसार अभी बाढ़ नहीं आयी है. विभाग 15 जून के बाद ही नदियों में पानी बढ़ने पर बाढ़ को मानता है. इसके बाद ही बाढ़ प्रभावित को अनुदान की राशि और कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था होगी.
बागमती में आये उफान से औराई और कटरा के एक दर्जन से अधिक गांव पानी से घिरे हुए हैं. ग्रामीणों को गांव से शहर व प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए कोई रास्ता सूझ नहीं रहा है. बीमार बुजुर्ग, महिलाओं को अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो गया है. लेकिन आपदा विभाग की गाइडलाइन (एसओपी )के अनुसार अभी बाढ़ नहीं आयी है. विभाग 15 जून के बाद ही नदियों में पानी बढ़ने पर बाढ़ को मानता है. इसके बाद ही बाढ़ प्रभावित को अनुदान की राशि और कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था होगी.
फिलहाल औराई और कटरा में गांव में तो पानी नहीं घुसा है. लेकिन मुख्य सड़क से संपर्क टूट चुका है. कटरा के बसघटटा में पुल टूट जाने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है. इससे केवल पैदल व दोपहिया वाहन ही जा सकते हैं. इस पुल से एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों का आवागमन होता है.
अभी जल संसाधन विभाग की ओर पानी के लेवल की जानकारी नहीं दी जा रही है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष अभी न हीं खोला गया है. जबकि बाढ़ का पानी सड़कों पर चढ़ गया है. हालांकि विभाग की ओर से राहत केंद्र के संचालन के लिए 30 लाख राशि का आवंटन किया जा चुका है.
वहीं बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. पिछले कई महीने से मंद पड़े धार में तेजी आयी है. हालांकि अभी नदी किनारे से बहुत नीचे है. एक दो दिन में जल स्तर में तेजी से वृद्धि की संभावना है. वैसे नदी के पेटी में घर बनाये लोग अभी से सतर्कता बरतने लगे है. ऊपरी इलाके में प्लास्टिक का छतरी बनाना शुरु कर दिए है.बारिश के पानी काला दिख रहा नदी अब साफ हो गया है. जल कुंभी पानी में तैर रहा है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan