Bihar News: मुजफ्फरपुर से साल भर पहले गायब हुई एमबीए छात्रा यशी सिंह का अबतक कोई सुराग नहीं लग सका है. मामले की जांच सीआइडी कर रही है. इस बहुचर्चित मामले में छात्रा का सुराग लगाने के लिए शुक्रवार को सीआइडी की टीम सेंट्रल जेल पहुंची. वहां डीबीआर कंपनी में नौकरी के नाम पर सारण की युवती से ठगी व यौन शोषण करने के मामले में बंद तिलक सिंह से पूछताछ की.
यशी सिंह का फोटो दिखाकर की पूछताछ
सीआइडी के अधिकारियों ने तिलक को एमबीए छात्रा यशी सिंह का फोटो भी दिखाया. उससे कभी मुलाकात हुई थी या नहीं. इस तरह की लड़की डीबीआर कंपनी के किसी सेंटर पर मिली थी या नहीं. इस संबंध में पूछताछ की. जेल सूत्रों की मानें तो तिलक सिंह से सीआइडी के अधिकारियों ने करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ की है. इस दौरान वह सीआइडी के अधिकारियों को गोल- मटोल जवाब दिया है.
इस बिंदु पर भी चल रही जांच..
सीआइडी के डीएसपी ने युवती के भाई से भी पूछताछ की थी. लेकिन, यशी सिंह के बारे में कुछ सुराग नहीं मिला था. सीआइडी के अधिकारियों का मानना है कि यशी सिंह एमबीए की छात्रा थी. उसको भी नाैकरी करने का शौक था. इस बिंदु पर सीआइडी जांच कर रही है.
2022 में अपहरण का केस दर्ज हुआ था
बता दें कि सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर से 12 दिसंबर 2022 को एमबीए की छात्रा यशी सिंह गायब हो गयी थी. मामले में उसके नाना राम प्रसाद राय के बयान पर अपहरण की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. प्राथमिकी दर्ज होने के एक साल बाद भी पुलिस यशी सिंह को नहीं खोज पायी.
यशी सिंह का सोशल मीडिया अकाउंट एक्टिव हुआ था, हाईकोर्ट भी पहुंचा मामला
यशी सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट एक्टिव करके हैंडल करने के मामले में पुलिस दो महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजी थी. इसके अलावा एक संदिग्ध को थाने पर लाकर पूछताछ की थी. इसके बाद भी यशी का कुछ सुराग नहीं मिला तो उसके परिजनों ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. इस बीच जिला पुलिस से यह केस को सीआइडी को ट्रांसफर कर दिया गया.
पुलिस ने इनाम भी रखा है…
बता दें कि पहले जिला पुलिस की ओर से यशी सिंह की बरामदगी में सहयोग करने वाले या इसकी सूचना देने वाले के लिए 50 हजार इनाम घोषित किया था. लेकिन, अब उसको बढ़ाकर तीन लाख रुपये कर दिया गया. इसके बाद भी कुछ सुराग नहीं हासिल हो पायी है.