गंडक बराज के सभी फाटक खोले गये, उत्तर बिहार में गहराया बाढ़ का संकट, सैंकड़ों घरों में घुसा पानी
नेपाल समेत उत्तर बिहार में हो रही भारी बारिश से गंडक, बागमती, मनुषमारा और बूढ़ी गंडक के जलस्तर में एक साथ वृद्धि शुरू हो गयी है. शुक्रवार की सुबह से बागमती के जलस्तर में तेजी से वृद्धि शुरू होने से बागमती बांध के अंदर बसे गांव के लोग पलायन करने लगे हैं.
नेपाल समेत उत्तर बिहार में हो रही भारी बारिश से गंडक, बागमती, मनुषमारा और बूढ़ी गंडक के जलस्तर में एक साथ वृद्धि शुरू हो गयी है. शुक्रवार की सुबह से बागमती के जलस्तर में तेजी से वृद्धि शुरू होने से बागमती बांध के अंदर बसे गांव के लोग पलायन करने लगे हैं. बाढ़ प्रभावित औराई, कटरा एवं गायघाट के लोग परेशान हैं.
औराई के 26 पंचायत में बाढ़, हजारों घरों में घुसा पानी
औराई के 26 पंचायत में बाढ़ आ गयी है. प्रखंड के पांच हजार घरों में पानीं घुस गया है. कटरा के 14 पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क कट गया है. उधर, शहर के सिकंदरपुर इलाके में देर शाम बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढ़ने लगा. नेपाल व पश्चिम चंपारण में 24 घंटे में 150 मिमी बारिश से बागमती का जलस्तर कटौझा में रिकॉर्ड 1.35 मीटर, तो बेनीबाद में 24 सेंटीमीटर बढ़ा. शाम तक गंडक के साथ ही बूढ़ी गंडक के जलस्तर में भी वृद्धि शुरू हो गयी.
गंडक बराज के सभी 36 फाटक खोले गये
गंडक बराज का सभी 36 फाटक खोलकर 4.04 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं बागमती के जलस्तर में एक मीटर तक और वृद्धि होने की आशंका के कारण औराई, कटरा एवं गायघाट प्रखंड में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है. जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बागमती नदी का जलस्तर कटौझा में खतरे के निशान से 0.85 मीटर ऊपर व बेनीबाद में खतरे के निशान 1.4 मीटर ऊपर बह रही है.
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कई इलाकों में घुसा पानी
गंडक बराज से पानी छोड़ने के कारण वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत के चकदाहवा, झंडू टोला, बीन टोला में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. गंडक बराज के सहायक अभियंता कृपानाथ चंद्र विश्वास ने बताया कि भारती तथा नेपाल में लगातार हो रही बारिश से जलस्तर में वृद्धि हुई है. वीटीआर के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है. इससे वन्यजीवों पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है. बागमती एवं लालबकेया के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है.
शिवहर-मोतिहारी पथ पर वाहनों का परिचालन बंद
दोनों नदियों में आयी बाढ़ का पानी शिवहर-सीतामढ़ी पथ के देवापुर से बेलवाघाट तक कच्ची सड़क पर 3-5 फीट बह रहा है. शिवहर-मोतिहारी पथ पर देवापुर से बेलवाघाट तक कच्ची सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने के कारण वाहनों का परिचालन बंद हो गया है.
कमला बलान नदी खतरे निशान से करीब
मधुबनी के जयनगर में कमला बलान नदी खतरे निशान से करीब एक मीटर ऊपर बहने लगी. जयनगर में कमला नदी पर बने पुल के ऊपरी लेवल तक पानी पहुंच चुका था. मधेपुर से होकर बहने वाली कोसी, कमला, भूतही बलान नदी के जलस्तर में तेजी से बढोतरी हो रही है. वहीं बेनीपट्टी में भी अधवारा समूह की नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जबकि झंझारपुर में कमला नदी खतरे निशान से करीब दो मीटर ऊपर बह रही है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan