Bihar Flood: मुजफ्फरपुर में बाढ़ की तबाही, 26 पंचायतों में जल प्रलय का मंजर

Bihar Flood : बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के औराई में बाढ़ का प्रखंड के 26 पंचायतों में तेजी से फैल गया है. चारों ओर पानी फैलने से हर तरफ तबाही का मंजर दिख रहा है. प्रखंड के दक्षिणी भाग के बसंत, जनार, भदई, सरहंचिया, डीहजीवर समेत एक दर्जन पंचायत सीतामढ़ी के तिलक ताजपुर बांध के टूटने से आए जल प्रलय से प्रभावित है.

By Anshuman Parashar | October 1, 2024 9:55 PM
an image

Bihar Flood: बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के औराई में बाढ़ का प्रखंड के 26 पंचायतों में तेजी से फैल गया है. चारों ओर पानी फैलने से हर तरफ तबाही का मंजर दिख रहा है. प्रखंड के दक्षिणी भाग के बसंत, जनार, भदई, सरहंचिया, डीहजीवर समेत एक दर्जन पंचायत सीतामढ़ी के तिलक ताजपुर बांध के टूटने से आए जल प्रलय से प्रभावित है. वही प्रखंड का उत्तरी भाग के धरहरवा, घनश्यामपुर, नयागांव, राजखंड उत्तरी, राजखंड दक्षिण, औराई, रतवारा पश्चिम, पुर्वी समेत एक दर्जन पंचायत बेलसंड के मधकौल बांध टूटने से आ रही पानी से प्रभावित हुए हैं.

जिला मुख्यालय से संपर्क भंग हो चुका

प्रखंड के बसंत, भदई, डीहजीवर, सरहंचिया, सहिलाबल्ली, धरहरवा पंचायत का प्रखंड व जिला मुख्यालय से संपर्क भंग हो चुका है. औराई रुन्नीसैदपुर मुख्य सड़क रामखेतारी में प्रभावित है वही रामखेतारी के हिंदी विद्यालय व बलिया जाने वाली सड़क टुट जाने से औराई के पूर्वी इलाकों में पानी तेजी से फैल रहा है. धरहरवा को जाने वाली सड़क दोनों तरफ से बाधित है, वहीं बसंत व भदई पंचायत का एनएच से संपर्क विगत 48 घंटे से भंग है, जबकि सरहंचिया, डीहजीवर समेत इलाकों में मंगलवार को स्थिति विकराल हो गई है. औराई के बिशनपुर में लखनदेई नदी के तटबंध को बांधने का प्रयास स्थानीय लोगों द्वारा किया जा रहा था मगर सफलता नहीं मिली और देर शाम बांध टुटने से हर तरफ त्राहिमाम व तबाही की स्थिति उत्पन्नहो गई.

10 स्थानो पर समुदायिक किचेन की व्यवस्था की है

प्रशासन ने फिलहाल 10 स्थानो पर समुदायिक किचेन की व्यवस्था की है. प्रखंड मुख्यालय के निकट भी बागमती का पानी पहुंच चुका है, जबकि बांध के रास्ते नयागांव, बभनगामा पंचायत में बाढ़ का पानी चारों तरफ त्राहिमाम की स्थिति उत्पन्न कर दी है. सरकार की तरफ से केवल समुदायिक किचन और महज कुछ पॉलिथीन सेट से काम चलाया जा रहा है. औराई के दक्षिणी भाग में मटिहानी फीडर से बिजली विगत 48 घंटे से बंद है जबकि मोबाइल कंपनियों का अधिकांश बीटीएस बंद है, जिससे बात करने में बाढ़ग्रस्त लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

समाजसेवी दीनबंधु क्रांतिकारी ने बताया

समाजसेवी दीनबंधु क्रांतिकारी ने बताया की प्रखंड के 26 पंचायतों में अघोषित आपातकाल की स्तिथि है, प्रशासन चैन की नींद सो रहा है. माले नेता आफताब आलम, मुकेश पासवान ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर बताया कि लोगों को भूखे सोना पर रहा है, प्रशासन की ओर से अब तक कहीं नाव की व्यवस्था नहीं की गई है ना ही किसी प्रकार की कोई राहत बांटी जा रही है, लोग घरों से बाहर नहीं निकल पायेंगे, केवल एनएच 77 पर सरपट गाड़ियां दौड़ रही है.

एनएच पर समुदायिक किचेन का निरीक्षण किया

जिलाधिकारी ने मंगलवार को एनएच पर समुदायिक किचेन का निरीक्षण किया, पंसस प्रतिनिधि ध्रुव पासवान ने बताया की जिला कल्याण पदाधिकारी धरहरवा गांव में घूम कर स्थिति का आंकलन कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है, मगर अब तक कोई राहत नहीं मिली है. बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से अधिकतर विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे. अंचलधिकारी गौतम कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की जा रही है, राहत कार्य को और भी तेज किया जा रहा है.कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष लक्ष्मण ठाकुर, बसंत पंचायत की मुखिया सीमा देवी, राजखंड उत्तरी पंचायत की मुखिया रेखा देवी, पुर्व मुखिया बाबर अली राईन समेत दर्जनों लोगों ने प्रशासन से अभिलंब राहत की राशि देने की मांग की है.

बागमती नदी के जल स्तर में आंशिक कमी

कटरा बागमती नदी के जल स्तर में आंशिक कमी होने के पश्चात भी प्रखंड के उत्तरी हिस्से के चौदह पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से तीसरे दिन भी सड़क संपर्क भंग रहा. बाढ की स्थिति ज्यों का त्यों बना हुआ है. डी एम सुब्रत कुमार बाढ प्रभावित क्षेत्र बर्री व बसघट्टा पंचायत का दौड़ा कर बाढ प्रभावित क्षेत्र के लोगों का हाल जाना. चलाये जा रहे सामुदायिक किचन का जायजा लिया. स्वास्थ कैम्प का निरिक्षण किया.

सीओ ने निर्देश दिया

आवश्यक निर्देश दिया CO मधुमिता कुमारी ने कहा कि बसघट्टा, तेहबारा, बर्री पंचायत में सोलर सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है. आवश्यकतानुसार और भी सामुदायिक किचन चलाया जा सकता है. बाढ प्रभावित लोगों को हरसंभव सरकारी सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा. मौके पर समाजसेवी सुजीत कुमार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे. बाढ का पानी नये क्षेत्र में भी प्रवेश करने लगा है.

मदारीपुर में बाढ़ ने मचायी तबाही, मुख्य सड़क टूटीमीनापुर

प्रखंड की मदारीपुर कर्ण पंचायत के 13 और 14 नंबर वार्ड में सोमवार की देर रात पानी प्रवेश कर गया, जिससे मदारीपुर जाने वाली मुख्य सड़क टूट गयी़ मुखिया नवीन कुमार व अमरेन्द्र यादव ने बताया कि टूटी मुख्य सड़क के पास धर्मपुर के एक साइकिल सवार को डूबने से ग्रामीणों ने बचा लिया़ लेकिन साइकिल डूब गयी. बागमती की उपधारा में पानी आने से निचले इलाके में पानी तेजी से फैलने लगा है.

करीब छह हजार लोग प्रभावित हुए

वार्ड 13 में सोलिंग टूट जाने के कारण करीब छह हजार लोग प्रभावित हुए हैं. टूटी जगह पर ईंट गिरा कर सड़क को ठीक करा दिया गया है तथा वार्ड 11,12 में फसल को नुकसान हुआ है. इससे किसान चिंतित में उदासी है. वार्ड 13 के राधा देवी व किशोरी बैठा का परिवार पलायन कर अपने रिश्तेदार के यहां चले गए हैं . सामाजिक कार्यकर्ता संजीव कुमार चुन्नू ने बताया कि सलेमापुर गांव के दलित बस्ती में 13 नंबर वार्ड में सीओ के आदेश पर स्थानीय मुखिया मुकेश कुमार के सहयोग से सामुदायिक किचेन चालू कर दिया गया है.

मझौलिया के मुखिया जयकृष्ण प्रसाद ने बताया

मझौलिया के मुखिया जयकृष्ण प्रसाद ने बताया कि पंचायत का 7 नंबर वार्ड मझूअर प्रभावित हो गया है . चुकी ओलिपुर मदारीपुर होते हुए उल्टा पानी आने से प्रभावित हुआ है . सीओ कुणाल गौरव मदारीपुर कर्ण के टूटें हुए सड़क तथा सलेमापुर में वरीय प्रभारी सह डीआरडीए निदेशक संजय कुमार तथा बीडीओ संजय कुमार सिन्हा द्वारा निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया .

मुजफ्फरपुर जिला के गायघाट प्रतिनिधिबाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में बाढ़ पिड़ितों के लिए सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई. सामुदायिक रसोई के निरीक्षण करने डीएम सुब्रत सेन व एसएसपी राकेश कुमार मिश्रौली व हरखौली पहुंचे. वहां उन्होंने बाढ़ पिड़ितो से मिल उनका हाल भी पूछा. वहीं आवागमन के लिए नाव की भी मुहैया करायी गई.

सीडीपीओ को निर्देश दिया गया

वहीं सीडीपीओ को निर्देश दिया गया कि जितने भी बाढ़ पिड़ित परिवार में छोटे बच्चे हैं उन्हें सामुदायिक किचन चलने तक पौष्टिक दूध पिलाया जाए. डीएम के निर्देश के आलोक में बाल विकास परियोजना के तरफ से बच्चों को दूध मुहैया करायी गई. सीओ ने जानकारी दी कि केवटसा पंचायत के मिश्रौली व हरखौली, जमालपुर कोदई पंचायत के हरपुर व साठा गांव में सामुदायिक किचन की व्यवस्था अंचल कार्यालय के तरफ से की गई है.

स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया

वहीं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया कि जल जमाव की स्थिति में ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव कराया जाए. वहीं पशु चिकित्सा के लिए चलन्त मेडिकल वैन को भी लगाया गया है. वहीं बीडीओ को लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया गया वहीं सीओ को निर्देश दिया गया कि राजस्व कर्मचारी हमेशा सामुदायिक किचन की देखभाल करे और प्रतिदिन का रिपोर्ट सीओ उपलब्ध कराये.

बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि हो जाने के कारण

जानकारी हो कि विगत दिनों हुई बारिश के कारण बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि हो जाने के कारण मिश्रौली, हरखोली, हरपुर, साठा गांव में बाढ़ के पानी के प्रवेश कर जाने के कारण दर्जनों परिवार बाढ़ से प्रभावित हो गए थे. सोमवार से बागमती नदी के जलस्तर में कमी आने लगी है जिस कारण बाढ़ का पानी नए इलाके में नहीं प्रवेश कर सका.मेल पर फोटो अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते डीएम

नाव के द्वारा बाढ़ प्रभावित कई गांव का दौरा किया

गायघाट़ जदयू नेता प्रभात किरण ने गायघाट के जमालपुर कोदई, साठा, हरपुर, गोसाइटोल, डीह कोदई, कल्याणी, राघोपुर, पिरौंछा, मिश्रौली आदि ग्रामों का दौरा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया. उन्होंने नाव के द्वारा बाढ़ प्रभावित कई गांव का दौरा किया. प्रखंड के जमालपुर कोदई, केवट्सा, शिवदाहा, कांटा पिरौंछा उत्तरी, एवम आंशिक लदौर, बलौर पंचायत को बाढ़ प्रभावित घोषित करने की मांग जिलाधिकारी से की .

सभी पंचायतों में छह हजार रूपए प्रत्येक परिवार को देने की मांग

उन्होंने कहा कि इन सभी जगहों पर कमयूनिटी किचेन,नाव और हेल्थ सेंटर तथा जानवरो के चारा की व्यवस्था अविलंब की मांग की. इन सभी जगहों पर स्थिति काफी बदतर है, लोगो को आपदा पीड़ित का लाभ प्रशासन अविलंब देना शुरू करे. उन्होंने कहा कि वे जिलाधिकारी से मिलकर बाढ़ प्रभावित सभी पंचायतों में छह हजार रूपए प्रत्येक परिवार को देने की मांग करेंगे. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने वाले प्रमुख नेताओं मे विद्यानंद पासवान, गोपाल राय, सरपंच रवि प्रकाश,पंचायत समिति महेश्वर राय, मुखिया दिनेश राय, गोपाल राय, युवा जदयू अध्यक्ष राजा यादव, गौरव गुंजन, संजय राय, उदय सहनी, महेश्वर पासवान, मिथलेश पासवान, अभीषेक मंडल, अंशु महतो आदि थे.

बूढ़ी गंडक के तटबंध में दर्जनों जगह पर रेन कट, सीओ ने किया निरीक्षण

मुशहरी़ बूढ़ी गंडक के तटबंध में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर रेन कट होने से स्थानीय लोगों मे इस बात को लेकर भय बना हुआ है कि बूढी गंडक में अगर बाढ़ आयी तो तटबंध कि स्थिति ख़राब हो जाएगी.सबसे अधिक खराब स्थिति बिन्दा, नरौली एवं सलहा मे है.सलूईस गेट कि भी स्थिति ठीक नहीं है.चाहे बिन्दा का हो या डुमरी, नरौली का सब मे मरम्मत कराने कि आवश्यकता है.राजबाड़ा से पश्चिम तो स्थिति ठीक इसलिए है कि उस तरफ तटबंध पर सडक का निर्माण किया गया है.

पुरब तरफ तटबंध पर चलना भी मुश्किल

राजबाड़ा से पुरब तरफ तटबंध पर चलना भी मुश्किल है.वही मुशहरी बी डी ओ चन्दन कुमार ने बताया कि उन्होंने बूढी गंडक तटबंध का निरीक्षण किया है. जहाँ तहाँ रेन कट है जिसकी मरम्मती आवश्यक है.अपना प्रतिवेदन जिला मे दे चुके हैं.वही मुशहरी सीओ महेंद्र शुक्ला ने बताया कि राजबाड़ा सलूईस गेट का निरीक्षण किया है.

ये भी पढ़े : CM नीतीश ने बिहटा में 300 बिस्तरों का अस्पताल और मुजफ्फरपुर के लिए करोड़ों की दी मंजूरी

अभियंता संतोष कुमार प्रभाकर ने बताया

इस सम्बन्ध मे बिन्दा निवासी सह पूर्व पंचायत समिति मो अली ने बताया कि विभाग के कनीय अभियंता तो कभी आते नहीं है.छोटा छोटा काम तो उन्हें बहुत पहले कर लेना चाहिए. अब बाढ़ कि सम्भावना बढ़ गई है तो अधिकारी का आना जाना हो रहा है.विभाग समय से पूर्व कोई तैयारी ही नहीं करता है.इस मामले मे कार्य पालक अभियंता संतोष कुमार प्रभाकर ने बताया कि इन सभी कार्यों को करने केलिए कनीय अभियंता को निर्देश दिया जा चूका है.

Exit mobile version