मुजफ्फरपुर : जमकर बरस रहे मॉनसून ने पिछले 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बारिश की पानी से मुजफ्फरपुर का हर इलाका डूब गया. सोमवार की अहले सुबह शुरू हुई झमाझम बारिश ने शहर में बाढ़ जैसा दृश्य ला दिया है.लोगों को 2007 में हुई बारिश की याद आ गयी है. शहर में हर तरफ सिर्फ पानी ही दिखाई दे रहा है.
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शहर का कोई भी ऐसा इलाका नहीं है. जहां दो से तीन फीट तक पानी नहीं जमा है. शहर के सबसे ऊंची जगह माने जाने वाले कलमबाग चौक, मेंहदी हसन चौक, ब्रह्मपुरा जैसे जगह पर भी दो फीट पानी है. कलेक्ट्रेट, सदर अस्पताल, नगर निगम, एसएसपी ऑफिस,कोर्ट परिसर, ब्रह्मपुरा, बेला थाने में पानी घुस चुका है. सोमवार को सुबह से शाम तक 205.4 एमएम बारिश हुई है.जबकि 20 जुलाई तक 426.2 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गयी है.मौसम विभाग ने 72 घंटे तक बारिश की संभावना व्यक्त की है.
मंगलवार को भी भारी बारिश हो सकती है.मौसम वैज्ञानिक डॉ.गुलाब सिंह का कहना है कि अगर ऐसी बारिश दो तीन दिन और हुई तो पिछले कई साल का रिकॉर्ड टूटने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.पिछले 24 घंटे में तापमान में गिरावट दर्ज की गयी. अधिकतत तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस रहा. जिले में अगले 24 घंटे तक मूसलाधार बारिश के आसार है.
मौसम विभाग ने 22 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी दी है.डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने शहरवासियों को अगले 24 घंटे तक घर में रहने का अपील करते हुए कहा है कि नगर निगम दस अंचलों में टीम लगाकर पानी की निकासी कर रही है.
इधर, घंटे की बारिश ने मुजफ्फरपुर शहर में बाढ़ जैसा दृश्य उत्पन्न कर दिया है.शहर में चारों ओर सिर्फ पानी ही दिखाई दे रहा है. हर जगह दो से तीन फीट तक जमा है. कलेक्ट्रेट, सदर अस्पताल, नगर निगम, एसएसपी ऑफिस, कोर्ट परिसर,ज्यूडिशियल पदाधिकारी का आवास,इमलीचट्टी बस स्टैंड परिसर मोतीझील, कल्याणी, जवाहर लाल रोड, हरिसभा व चंद्रलोक चौक के पास तीन से चार फीट तक पानी जमा हो गया. इन इलाके में पड़ने वाले एक-एक दुकान व घरों में पानी घुस गया है.
बारिश के दौरान ज्यादातर लोग घरों में रहे. मोतीझील में कई बाइक सवारों की गाड़ी बंद हो गयी. मिठनपुरा के बैंकर्स कॉलोनी, मदनानी गली व पीएनटी, चैपमैन रोड की तो खराब स्थिति है. पीड़ित लोग सोशल मीडिया व अन्य माध्यम से शहर के विधायक व नगर विकास एवं आवास मंत्री के अलावा निगम प्रशासन को आड़े हाथ लेना शुरू कर दिये हैं. मॉनसून पूर्व की गयी तैयारी के ऊपर भी सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है. लोगों का कहना है कि पूरे लॉकडाउन में नगर निगम ने जेसीबी व सुपर सकर मशीन लगा नाले की उड़ाही कराया. फिर पानी क्यों नहीं निकल रहा है. क्या हर साल की तरह इस बार भी नाला उड़ाही के नाम पर सरकारी राशि का बंटरबांट हुआ है.