PHOTO: कहीं थर्मोकोल पर तैरता मासूम तो कहीं नाव से निरीक्षण करते डीएसपी, श्मशान तक पहुंची बाढ़ की तबाही
बिहार में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. मुजफ्फरपुर जिले के कई इलाके भी जलमग्न हो चुके हैं. बूढ़ी गंडक नदी का पानी पिछले कुछ दिनों से खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है. जिससे लोगों की चिंताएं बढ़ी हुई है. वहीं बाढ़ का पानी कई शहरी इलाकों में भी घुस चुका है. जिसके कारण लोग बड़ी संख्या में पलायन कर रहे हैं. इस बीच कुछ ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं जो मौजूदा हालात को बयां करती हैं.
बिहार में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. मुजफ्फरपुर जिले के कई इलाके भी जलमग्न हो चुके हैं. बूढ़ी गंडक नदी का पानी पिछले कुछ दिनों से खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है. जिससे लोगों की चिंताएं बढ़ी हुई है. वहीं बाढ़ का पानी कई शहरी इलाकों में भी घुस चुका है. जिसके कारण लोग बड़ी संख्या में पलायन कर रहे हैं. इस बीच कुछ ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं जो मौजूदा हालात को बयां करती हैं.
मीनापुर प्रखंड के रघई पंचायत की एक तसवीर बाढ़ के हालात को दिखाती है. आज मुजफ्फरपुर जिले के इस गांव के हालात ऐसे हैं कि पूरा गांव बाढ़ के पानी से घिर गया है. 13 साल की बबीता ने अपने डेढ़ वर्ष के भाई को बचाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डाल दिया. भाई को सबसे पहले उसने खाना खिलाया. इसके बाद उसने थर्मोकोल के टुकड़े के सहारे भाई को बाढ़ के पानी से सुरक्षित बाहर निकाला. लोग बबीता की हिम्मत की प्रशंसा कर रहे हैं.
मुजफ्फरपुर के नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने अहियापुर थाने का सोमवार की दोपहर नाव से निरीक्षण किया. थाना परिसर के चारों तरफ पानी ही पानी देख डीएसपी ने स्थिति को भयावह बताया है. नगर डीएसपी ने बताया. उन्होंने बताया कि पानी काफी बढ़ चुका है. पुलिस पदाधिकारी व फरियादी नाव से थाना आते – जाते हैं. यह काफी खतरनाक भी है. इस स्थिति से एसएसपी को अवगत कराया जाएगा. पानी नहीं घटता है तो अस्थायी तौर पर थाने को दूसरे जगह शिफ्ट किया जा सकता है.
Also Read: Bihar Flood: लाल निशान से ऊपर बह रही बूढ़ी गंडक, मुजफ्फरपुर के शहरी इलाके में घुसा बाढ़ का पानी, पलायन जारीबूढ़ी गंडक नदी का पानी सिकंदरपुर मुक्तिधाम व इसके आसपास के मोहल्ला में तेजी से फैल गया है. मुक्तिधाम के आसपास में झुग्गी-झोपड़ी बना रह रहे लोगों को बांध के ऊपर शरण लेना पड़ा है. प्रशासन की तरफ से सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गयी है. जहां, सुबह-शाम भोजन मिल रहा है, लेकिन मुक्तिधाम में शव का दाह-संस्कार करने पहुंचने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बाढ़ का पानी मुक्तिधाम के चबूतरे को छोड़ चारों तरफ फैल गया है. इन दिनों जो भी लोग शव का दाह-संस्कार करने पहुंच रहे हैं. उन्हें काफी दूर तक पानी पार कर शव का जिस चबूतरा पर दाह-संस्कार होता है. वहां पहुंचना पड़ रहा है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
जलावन व गोइठा भी बारिश व बाढ़ के पानी से भीग गया है. इससे शव के दाह-संस्कार स्थल तक सूखा जलावन व गोइठा पहुंचाने में नगर निगम कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. इधर, स्थानीय वार्ड पार्षद सुनीता भारती का कहना है कि फिलहाल बाढ़ का पानी स्थिर हो गया है. नया मोहल्ला में तो नहीं प्रवेश कर रहा है, लेकिन मुक्तिधाम स्थल व आसपास में जो पानी फैला है. इससे परेशानी काफी ज्यादा है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan