सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होने, शिक्षक गायब रहने की खबर आप तक पहुंचती होगी, लेकिन मुजफ्फरपुर के एक मिडिल स्कूल ने इससे आगे का एक कारनामा कर दिया है. इसे जानकर आप अचरज से भर जायेंगे. मीनापुर के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोसाईंदास टेगराहां की हेडमास्टर ने एक छात्र को उसके जन्म के तीन दिन बाद ही आठवीं पास कराका टीसी जारी कर दिया है. छात्र की जन्म तिथि 20 मार्च, 2007 है और स्कूल से मिले ट्रांसफर सर्टिफिकेट पर स्कूल छोड़ने की तारीख 23 मार्च, 2007 लिख दी गयी है. छात्र ने स्कूल में अपना दाखिला वर्ष 2013 में कराया था.
मामला सामने आने पर छात्र और उसके अभिभावक परेशान हैं, क्योंकि उन्हें नौवीं में दाखिला लेने में दिक्कत आ रही है. सीतामढ़ी के रहने वाले प्रिंस कुमार को उनके स्कूल ने जन्म के तीसरे दिन ही आठवीं पास करकर स्कूल से टीसी दे दिया. छात्र और उनके अभिभावक ने जब सर्टिफिकेट देखा तो उनका सिर घूम गया. अब वह परेशान हैं कि यह कैसे सुधरेगा.
प्रिंस के पिता नवल किशोर रंजन ने बताया कि सर्टिफिकेट में उनका नाम भी गलत है. उनका नाम नवल किशोर रंजन की जगह नवल किशोर प्रसाद कर दिया है. प्रिंस का एडमिशन स्कूल के शिक्षकों ने ही कर दिया और खुद से सारी तारीखें भर ली थीं. इसमें भी गलत कर दिया. जब हम इसे ठीक कराने स्कूल की हेडमास्टर रंजना कुमारी के पास गये तो उन्होंने हमें डांट कर भगा दिया और कहा कि यह अब नहीं सुधर सकता है. सर्टिफिकेट गलत होने से इस बार दाखिले के लिए चले अभियान में उनके बेटे का एडमिशन नौवीं क्लास में नहीं हो सका. हमलोग परेशान हैं कि अब बेटे के भविष्य का क्या होगा.
छात्र राजद के प्रदेश महासचिव अमरेंद्र कुमार ने कहा कि हेडमास्टर की लापरवाही से छात्र परेशान है. इसे सुधारा नहीं जा रहा है अगर इसे जल्द ठीक नहीं किया गया तो छात्र राजद आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि मीनापुर प्रखंड में शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है, इससे छात्र प्रभावित हो रहे हैं.
जिला शिक्षा अधिकारी अब्दुस सलाम अंसारी ने छात्र के सर्टिफिकेट में हुई गलती को लापरवाही मानने से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि यह स्लिप ऑफ पेन है, इसे तूल देने की जरूरत नहीं. गलती को सुधार दिया जायेगा. छात्र का भी दाखिला होगा.
Posted By: Thakur Shaktilochan