वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जदयू के कार्यकर्ता समागम के दूसरे दिन शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा ने मुजफ्फरपुर के एलएस कॉलेज में कार्यकर्ता, पार्टी पदाधिकारी एवं बुद्धिजीवियों के साथ अलग-अलग संवाद कर सरकार की कार्यप्रणाली की जानकारी हासिल की. बुद्धिजीवी वर्ग से हुई चर्चा के दौरान कहा कि बिहार का तेजी से विकास होने में बुद्धिजीवी वर्ग का बड़ा योगदान है. हमारे बिहार में ऐसे लोगों की कमी नहीं है और हमे बिहार को यदि विकसित राज्य बनाना है, तो हमे सिर्फ सरकार पर ही निर्भर नहीं रहना होगा. बल्कि, हम सबको सामूहिक प्रयास कर बिहार को बदलने में अपना योगदान देना होगा. समाज में अनेक प्रकार की बुराइयां और कमियां है. इसे ठीक करने के लिए हम सब को मिलकर सामूहिक प्रयास करना होगा. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बुद्धिजीवियों, प्रबुद्धजनों तथा युवाओं का बिहार को लेकर क्या सोच है. बिहार के बदलाव में उनकी भूमिका क्या हो सकती है. वे किस प्रकार से बिहार के बदलाव में योगदान दे सकते हैं. सरकार की योजनाओं को और अधिक प्रभावी किस प्रकार बनाया जा सकता है. इस पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई है. 2005 से पहले के बिहार को अब यानी 2024 के बिहार से तुलना करेंगे तो बिहार के लोग काफी सुकून से जी रहे हैं. नीतीश कुमार ने समाज को भय मुक्त किया. सुरक्षित वातावरण दिया. स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली उपलब्ध कराई. लोगों के लिए रोजगार की व्यवस्था की. बिहार में अरबों का निवेश लाया गया, जिससे रोजगार की संभावनाएं बढ़ी है मौके पर प्रमंडल प्रभारी इरशाद अली आजाद, जिला अध्यक्ष रामबाबू सिंह कुशवाहा, नगीना सिंह, महानगर अध्यक्ष अनुपम कुमार, डॉ निश्चिंत किंजलक, मनोज कुमार किसान, प्रो शब्बीर अहमद, इरफान दिलकश, शैलेश कुमार शैलु आदि मौजूद थे.
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