लीची के बाद अब मुजफ्फरपुर जिले का मालदह आम भी विदेशों में पसंद किया जा रहा है. खाड़ी देशों सहित अफ्रीका में इसकी जबरदस्त मांग है. पिछले वर्ष यहां से कंपनियों के प्रतिनिधि प्रयोग के तौर पर 110 टन दुधिया मालदह आम कई देशों में सप्लाई की थी.
विदेशियों ने मुजफ्फरपुर का आम काफी पसंद किया. आम की डिमांड को देखते हुये इस बार प्रतिनिधियों ने दोगुनी आम की डिमांड की है. इससे आम उत्पादकों में खुशी है. इस बार बंदरा के अलावा मोतीपुर, मीनापुर, कटरा और औराई के आम बागों से आमों की खरीद होगी. इस बार आम के मंजर देख कर किसान संतुष्ट हैं. मंजर स्वस्थ होने से आम की उत्पादकता पिछले वर्ष से बेहतर होने की उम्मीद की जा रही है.
आम उत्पादक विशेश्वर सिंह बताते हैं कि अब तक आम पर किसी तरह के कीट का प्रकोप नहीं है. इस बार ठंड भी अधिक पड़ी है, इससे आम की फसल अच्छी होगी. आम उत्पादकों की माने तो जिले में एक लाख टन से अधिक आम का उत्पादन होता है. विदेशी बाजार में इसकी मांग बढ़ने से आम के कारोबार में भी तेजी आयेगी.
बेतिया का जर्दा आम भी खरीदेगी विदेशी कंपनियां
मुजफ्फरपुर के दुधिया मालदह के अलावा विदेशी कंपनियां बेतिया से जर्दा आम की भी खरीदारी करेगी. लीची की फसल के समय पहुंचने वाले प्रतिनिधि उस दौरान भ्रमण कर आम के बगीचे को देखेंगे और फसल से संतुष्ट होने के बाद उत्पादकों से करार करेंगे.
आम-लीची उत्पादन से जुड़े किसान बच्चा प्रसाद सिंह कहते हैं 10 से 15 जून तक बम्बई आम बाजार में आ जायेगा. इसके बाद 20 जून तक मालदह आम आने लगेगा. विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधि 15 मई तक लीची की खरीदारी करने पहुंचेंगे. इसके बाद एक डेढ़ महीने यहीं रहेंगे और यहां से आम की खरीदारी कर उसे बनारस और दिल्ली भेजेंगे. वहां से आम फ्लाइट और समुद्री जहाज से विदेशों में जायेगा.