Loading election data...

Bihar News: बिहार में आशा बहाली में बड़ा घोटाला, इस जिले में 3 चयन रद्द, जानिए क्या है पूरा मामला

Bihar News: बिहार के स्वास्थ्य विभाग में आशा (आशा बहाली) चयन प्रक्रिया को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है. मुजफ्फरपुर जिले के दस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) से 125 आशा की नियुक्ति की फाइलें अनुमोदन के लिए आईं, लेकिन बाद में इन फाइलों को लौटा दिया गया. गायघाट PHC के बाधाखाल पंचायत में तीन आशा के चयन को रद कर दिया गया है

By Anshuman Parashar | November 9, 2024 5:26 PM
an image

Bihar News: बिहार के स्वास्थ्य विभाग में आशा (आशा बहाली) चयन प्रक्रिया को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है. मुजफ्फरपुर जिले के दस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) से 125 आशा की नियुक्ति की फाइलें अनुमोदन के लिए आईं, लेकिन बाद में इन फाइलों को लौटा दिया गया. गायघाट PHC के बाधाखाल पंचायत में तीन आशा के चयन को रद कर दिया गया है, और वहां नए सिरे से चयन किया जाएगा. इस चयन प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगने के बाद जांच शुरू हुई, जिसके तहत गायघाट पीएचसी प्रभारी और अन्य अधिकारियों से जवाब-तलब किया गया है.

PHC प्रभारी की अनुपस्थिति के कारण चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी

जांच में सामने आया कि आमसभा में पीएचसी(PHC) प्रभारी की अनुपस्थिति के कारण चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई. आशा के चयन के लिए यह अनिवार्य है कि पीएचसी प्रभारी और मुखिया दोनों ही आमसभा में मौजूद रहें। इसके अतिरिक्त, यह भी पाया गया कि कुछ ऐसे वार्डों में भी चयन हुआ, जहां उम्मीदवारों का घर नहीं था. इसके कारण चयन को रद्द कर दिया गया.

ये भी पढ़े: शिक्षा विभाग ने जारी किए नए नियम, नहीं मानी शर्तें तो रुक सकता है शिक्षकों का वेतन

जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों को दिया निर्देश

जिला स्वास्थ्य समिति ने अब पीएचसी प्रभारी से कहा है कि वे चयन प्रक्रिया में नियमों का पालन करते हुए नए सिरे से चयन करें. सभी फाइलों को एक सप्ताह के अंदर अनुमोदन के लिए भेजने की निर्देश दिए गए हैं. जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों ने यह भी कहा कि आशा के चयन में पारदर्शिता और नियमों का पालन जरूरी है, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके और सरकारी योजनाओं में कोई रुकावट न हो.

Exit mobile version