मोतिहारी में फर्जी कंपनी का खुलासा, चाट वाले के नाम पर किया गया करोड़ों का धंधा, एक गिरफ्तार

Bihar News: राजस्व आसूचना निदेशालय (DRI) ने मुजफ्फरपुर की टीम ने रक्सौल के हंस टोला क्षेत्र में एक छापेमारी अभियान चलाया, जिसमें एक बड़े फर्जी आयात-निर्यात रैकेट का भंडाफोड़ किया गया.

By Anshuman Parashar | December 8, 2024 9:42 PM

Bihar News: राजस्व आसूचना निदेशालय (DRI) ने मुजफ्फरपुर की टीम ने रक्सौल के हंस टोला क्षेत्र में एक छापेमारी अभियान चलाया, जिसमें एक बड़े फर्जी आयात-निर्यात रैकेट का भंडाफोड़ किया गया. इस कार्रवाई में डीआरआइ टीम ने रक्सौल थाना के सहयोग से एक आरोपी को गिरफ्तार किया, जो एक फर्जी आयात-निर्यात फर्म चला रहा था.

भारत-बांग्लादेश के पेट्रापोल बॉर्डर से इतने रुपए एक्सपोर्ट

DRI के सूत्रों के अनुसार, आरोपी संजीव गुप्ता उर्फ मामा ने ‘श्री गणेश ट्रेड कंसर्न’ नामक फर्जी फर्म की स्थापना की थी, जो एक चाट पकौड़ा बेचने वाले व्यक्ति के नाम पर बनाई गई थी. हालांकि, उस व्यक्ति को इस फर्म की गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. इस फर्म के नाम पर संजीव गुप्ता ने भारत-बांग्लादेश के पेट्रापोल बॉर्डर से 7 करोड़ 50 लाख रुपये का एक्सपोर्ट भी किया था.

छापेमारी के दौरान जब्त हुआ दस्तावेज

DRI ने संजीव गुप्ता की गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया और कोलकाता डीआरआइ से मिली सूचना के आधार पर रक्सौल में रविवार को कार्रवाई की. इस दौरान कई कागजात, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, चेक और कस्टम संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए, जिनकी जांच जारी है.

बैंक खातों में भी फर्जी हस्ताक्षरों के जरिए पैसे ट्रांसफर किए जा रहे

मिली जानकारी के अनुसार, संजीव गुप्ता ने 10 से 12 लोगों के नाम पर फर्जी फर्म बनाकर बड़े पैमाने पर वित्तीय लेन-देन किया था. इसके साथ ही बैंक खातों में भी फर्जी हस्ताक्षरों के जरिए पैसे ट्रांसफर किए जा रहे थे. छापेमारी के दौरान, यह खुलासा हुआ कि जिनके नाम पर फर्जी फर्म बनाई गई थी, उनमें से कुछ लोग तो हस्ताक्षर तक नहीं कर सकते थे. डीआरआइ ने इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच शुरू कर दी है.

यह कार्रवाई डीआरआइ द्वारा की गई एक बड़ी और सख्त पहल है, जो न केवल इस रैकेट के प्रमुख आरोपियों को पकड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि फर्जी कारोबारों के खिलाफ एक कड़ा संदेश भी है.

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