किसान सम्मान निधि योजना: किसानों के करोड़ों रूपये गटक गए हजारों संपन्न लोग, आधार से लिंक करने पर इस तरह हुआ खुलासा…

मुजफ्फरपुर जिले के इनकम टैक्स देने वाले तीन हजार सात लोगों ने गलत तरीके से किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले लिया. भारत सरकार को दो करोड़ 66 लाख 96 हजार रुपये की चपत लगा दी है. इसका खुलासा पैन कार्ड को आधार से लिंक करने पर हुआ है. भारत सरकार के कृषि मंत्रालय ने ऐसे लाभुकों की सूची प्रखंडवार तैयार कर जिला कृषि पदाधिकारी को भेज दी है. उन्हें 10 दिन के अंदर 2.66 करोड़ की अधिक राशि को लौटाने का सख्त निर्देश दिया गया है. इस संबंध में जिला कृषि कार्यालय की ओर से लोगों को पहली नोटिस भी भेज दी गयी है. शनिवार को करीब 31 किसानों ने उक्त राशि भी वापस कर दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 6, 2020 9:00 AM
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नवीन कुमार अंशु,मुजफ्फरपुर: जिले के इनकम टैक्स देने वाले तीन हजार सात लोगों ने गलत तरीके से किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले लिया. भारत सरकार को दो करोड़ 66 लाख 96 हजार रुपये की चपत लगा दी है. इसका खुलासा पैन कार्ड को आधार से लिंक करने पर हुआ है. भारत सरकार के कृषि मंत्रालय ने ऐसे लाभुकों की सूची प्रखंडवार तैयार कर जिला कृषि पदाधिकारी को भेज दी है. उन्हें 10 दिन के अंदर 2.66 करोड़ की अधिक राशि को लौटाने का सख्त निर्देश दिया गया है. इस संबंध में जिला कृषि कार्यालय की ओर से लोगों को पहली नोटिस भी भेज दी गयी है. शनिवार को करीब 31 किसानों ने उक्त राशि भी वापस कर दी है.

आधार से लिंक करने पर खुला मामला

केंद्र सरकार ने इस योजना को पिछले वर्ष एक दिसंबर को आधार से लिंक कर दिया. अब उन्हीं किसानों को इस योजना की राशि मिलती है जिनके खाते आधार से जुड़े हैं. उधर केंद्र सरकार ने पैन कार्ड को भी आधार से लिंक कर दिया है. लिहाजा इस साल जैसे ही लोगों ने आयकर भरा गया, तो केवल मुजफ्फरपुर में 3007 लोग पकड़े गये जो आयकर भी देते हैं और किसान सम्मान निधि योजना का लाभ भी ले चुके थे. वही इस योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलना है जो सरकारी नौकरी में नहीं हैं, या फिर आयकर भुगतान नहीं करते हैं.

लौटाने होंगे दो करोड़ 66 लाख 96 हजार रुपये

किसान सम्मान निधि योजना के तहत दो दो हजार रुपये एक साल में तीन बार में मिलता है. मामले का खुलासा होने के बाद इन किसानों के खाते में पैसा जाना तो बंद हो गया. लेकिन पुरानी किस्तों का भुगतान हुआ है. उस हिसाब से दो करोड़ 66 लाख 96 हजार रुपये इनसे वसूल करना है. जिस किसान ने जितनी अधिक किस्त ली है उन्हें उतनी अधिक राशि लौटानी होगी. कुढ़नी प्रखंड में सबसे अधिक 318 व मुरौल में 62 आयकर दाताओं ने इसका लाभ लिया है.

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इस तरह करना है राशि वापस

किसान ऑफलाइन या एनइएफटी के माध्यम से रुपया वापस कर सकते हैं. इसके लिए किसान को भारत कोष पोर्टल पर मोबाइल ओटीपी आधारित निबंधन कराना होगा. निबंधन होते ही उन्हें डिपोजिट रसीद मिल जायेगी. उसी आधार पर आगे बढ़ना होगा. इसके बाद किसान ऑनलाइन के माध्यम से भी राशि वापस कर सकते है. इसके लिए निबंधन कराना जरूरी नहीं है. भारत कोष पोर्टल पर जाकर क्विक पे के माध्यम से राशि वापस कर सकते है.

10 दिन में राशि वापस नहीं करने पर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जायेगी

जिले में तीन हजार सात आयकर दाताओं ने गलत तरीके से पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लिया है. ऐसे लोगों को चिह्नित करते हुए भारत सरकार ने सूची भेजी है. 10 दिन में राशि वापस नहीं करने पर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.

चंद्रशेखर सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी

रिपोर्ट

प्रखंड-किसान-किस्त-राशि-जमा किसान-बाकी

औराई-153-623-1246000.00-2-151

बंदरा-63-289-578000.00-0-63

बोचहां -211-972-1944000.00-0-211

गायघाट -260-1179-2358000.00-0-260

कांटी -187-852-1704000.00-3-184

कटरा -169-677-1354000.00-4-165

कुढ़नी -322-1482-2964000.00-4-318

मड़वन-86-374-748000.00-1-85

मीनापुर -289-1254-2508000.00-2-287

मोतीपुर -276-1203-2406000.00-0-276

मुरौल -64-326-652000.00-2-62

मुशहरी -195-829-1658000.00-5-190

पारू -246-1094-2188000.00-3-243

साहेबगंज -108-513-1026000.00-0-108-

सकरा-156-719-1438000.00-0-156

सरैया – 222-962-1924000.00-5-217

Posted by: Thakur Shaktilochan

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