मुजफ्फरपुर में एमआइटी के छात्रों ने बनाया फायरफाइटर रोबोट, अग्निशमन अभियान में करेगा मदद

Bihar News: मुजफ्फरपुर में एमआइटी के फाइनल इयर के स्टूडेंट्स ने अत्याधुनिक सेंसर और आर्डिनो तकनीक पर आधारित फायरफाइटर रोबोट तैयार किया है. यह रोबोट तेजी से और सटीकता के साथ भीषण आग के बीच से मानव जीवन की रक्षा करने में कारगर साबित होगा.

By Anshuman Parashar | August 21, 2024 8:28 PM

Muzaffarpur : मुजफ्फरपुर में एमआइटी के फाइनल इयर के स्टूडेंट्स ने अत्याधुनिक सेंसर और आर्डिनो तकनीक पर आधारित फायरफाइटर रोबोट तैयार किया है. यह रोबोट तेजी से और सटीकता के साथ भीषण आग के बीच से मानव जीवन की रक्षा करने में कारगर साबित होगा. इसे मैकेनिकल छात्र ऋषभ कुमार, आदित्य सिंह, लालटू कुमार, सौरभ कुमार, भारती कुमारी ने प्रो.जिगेश यादव के नेतृत्व में तैयार किया है. यह रोबोट अत्याधुनिक इन्फ्रारेड, अल्ट्रासोनिक और तापमान सेंसरों से लैश है.

इसकी मदद से यह आग के स्रोत का सटीकता से पता लगाता है. ऑर्डिनो माइक्रोकंट्रोलर के साथ बनाया गया यह रोबोट सभी सेंसर डेटा को प्रोसेस करता है. त्वरित निर्णय लेने के लिए इसे प्रोग्राम किया गया है. यह स्वचालित रूप से आग की दिशा में चलता है और अपने फायर सप्रेशन सिस्टम का उपयोग करके आग पर नियंत्रण करता है.
रिमोट की मदद से भी हो सकता नियंत्रित

अग्निशमन अभियानों में इसका उपयोग

इस रोबोट को रिमोट कंट्रोल के माध्यम से भी नियंत्रित किया जा सकता है. फायर फाइटर्स को सुरक्षित दूरी से आग बुझाने में मदद मिल सकती है. सेंसर आधारित तकनीक के कारण यह रोबोट बहुत संवेदनशील है. यह कमांड देते ही तुरंत प्रतिक्रिया देता है. खतरनाक और ऐसे जगह जहां फायर फाइटर्स का पहुंचना मुश्किल हो इसे वहां भी आसानी से उतारा जा सकता है.

विभिन्न प्रकार के अग्निशमन अभियानों में भी इसका उपयोग किया जा सकता है. इसे एआइ से लैश किया गया है. इसे घरेलू सुरक्षा से लेकर औद्योगिक क्षेत्र के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है. संस्थान के प्राचार्य डॉ एमके झा व मैकेनिकल के विभागाध्यक्ष डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने छात्रों को इस इनोवेशन के लिए बधाई दी है.

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बाहरी आवरण पर चल रही है कार्य

रोबोट को तैयार करने वाली छात्रों की टीम के लीडर ऋषभ ने बताया कि रोबोट के इंटरनल प्रोग्रामिंग और सेंसर आधारित कार्य पूरा हो चुका है. अब इसके बाहरी आवरण पर कार्य हो रहा है. बताया कि यह 250 से 300 डिग्री सेल्सियस तक आग के बीच जाकर आसानी से जान-माल की सुरक्षा कर सकता है. इसे और मजबूती प्रदान को लेकर टीम लगातार प्रयास कर रही है. यह राेबोट अग्निशमन के लिए वरदान साबित हो सकता है.

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