Bihar News: मुजफ्फरपुर के बच्चों ने विज्ञान और कला में दिखाया कमाल, राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन किया

Bihar News: प्रतिभा निखारने के लिए न कोई उम्र होती है और न ही बड़े फलक की जरूरत. व्यक्ति में रुचि हो और कुछ करने का हौसला हो तो कम संसाधन में भी वे अपनी प्रतिभा से अपनी पहचान बनाता है. बड़े तो अपनी मेहनत से अपनी मंजिल पाते ही हैं, लेकिन शहर के कई ऐसे भी बच्चे हैं, जिसने अपनी बाल उम्र से ही अपनी प्रतिभा की बदोलत लोगों का ध्यान खींचा.

By Anshuman Parashar | November 9, 2024 9:39 PM

Bihar News: प्रतिभा निखारने के लिए न कोई उम्र होती है और न ही बड़े फलक की जरूरत. व्यक्ति में रुचि हो और कुछ करने का हौसला हो तो कम संसाधन में भी वे अपनी प्रतिभा से अपनी पहचान बनाता है. बड़े तो अपनी मेहनत से अपनी मंजिल पाते ही हैं, लेकिन शहर के कई ऐसे भी बच्चे हैं, जिसने अपनी बाल उम्र से ही अपनी प्रतिभा की बदोलत लोगों का ध्यान खींचा. कई बच्चे मुजफ्फरपुर जिले से लेकर राष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिता में अव्वल आए. कई बच्चों ने विज्ञान की मदद से ऐसे प्रोजेक्ट तैयार किए, जिसके जरिए बहुत सारे काम को आसान किया जा सकता है.

कला के क्षेत्र में भी बच्चों ने अपनी प्रतिभा का डंका बजाया

बाल वैज्ञानिकों ने अपने प्रोजेक्ट के जरिये मिट्टी की नमी मापने और साउंड से होने वाले नुकसान का अध्ययन कर इसे रोकने का नया तरीका इजाद किया. ऐसे बाल वैज्ञानिक जिले से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक विज्ञान संगोष्ठी में पुरस्कृत होते रहे तो वहीं कला के क्षेत्र में भी बच्चों ने अपनी प्रतिभा का डंका बजाया है. तबला वादन में राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व कर जिले का नाम रोशन किया. वहीं पेटिंग में बाल उम्र के बच्चे अपनी चित्रकला से लोगों को मुग्ध कर रहे हैं. 14 नवंबर को बाल दिवस है. ऐसे में पढ़िए शहर के बालक-बालिकाओं की प्रतिभा पर एक रिपोर्ट

प्रमंडल स्तर की विज्ञान संगोष्ठी में प्रथम

प्रभात तारा स्कूल की नौवीं की छात्रा एजेंल ने इसी वर्ष 25 अक्टूबर को विद्या बिहार में आयोजित प्रमंडल स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी में प्रथम आयी थी. एंजेल ने एआइ पर अपना प्रोजेक्ट तैयार किया था. एंजेल ने बताया था कि एआइ कैसे उपयोगी है. उसे बैलेंस करेंगे तो वह हमारे फ्यूचर में प्रभावी होगा. जब कंप्यूटर आया था तो यह कहा जा रहा था कि भविष्य में इससे नौकरियां जा सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसी तरह एआई भी मानव जीवन के बहुत सारे काम को आसान बनाने के लिए है्. इससे भविष्य में मानव संसाधन पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा. एंजेल ने पटना के श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र में आयोजित राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया. एंजेल ने बताया कि वह एआइ पर काम कर रही है, उसका लक्ष्य इंजीनियर बनने का है.

राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी में अनन्या का चयन

राधा कृष्ण केडिया गर्ल्स सीनियर सेकेंड्री की छात्रा अनन्या कुमारी ने हाई फ्रेक्वेंसी साउंड का मानव और परितंत्र पर पड़ने वाले प्रभाव पर प्रोजेक्ट तैयार किया था. इसमें उसने शहर के विभिन्न स्थानों पर बजने वाले डीजे के शोर को मापा. इससे पता चला कि सभी जगह मानक से ज्यादा आवाज में डीजे सहित अन्य साउंड वातावरण में है. इससे दिल के मरीजों की संख्या बढ़ रही है और लोगों में बहरापन भी आ रहा है. अधिक शोर से लोगों में तनाव भी बढ़ रहा है. तनाव के हार्मोन बढ्नेे से लोगों में चिंता और उर पैदा हो रहा है. इस प्रोजेक्ट को शिक्षक मो शमी के मार्गदर्शन में तैयार किया गया था. अनन्या का यह प्रोजेक्ट राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी में चुना गया था.

हाइड्रोजेल प्रोजेक्ट से रश्मि को मिली पहचान

एमआरएचएस मनियारी की छात्रा रश्मि कुमारी ने सूखाग्रस्त इलाकों के खेत में लंबे समय तक नमी कीमात्रा बनाए रखने के लिए हाइड्रोजेल प्रोजेक्ट तैयार किया था. इसकी खासियत यह है किधान जैसे फसल में यह कापाऊी लंबे समय तक सिंचाई के बाद भी नमी की मात्रा बनाए रखता है. इससे बारिश या जल के अभाव में भी पौधे का विकास रुकता नहीं है. इसे बांस से प्राप्त होने वाले सैल्युलोज फाइबर को अलग करके और सोडियम एल्मीनेट को मिलाकर तैयार किया गया है. इसमें विद्यालय की शिक्षिका अलका राय के मार्गदर्शन में तैयार किया गया था. रश्मि का प्राजेक्ट भी राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी में चयनित हुआ था. रश्मि अपने इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाना चाहती है और कृषि के क्षेत्र में एक नया विकल्प देना चाहती है.

युवा उत्सव में जिले में मिला दूसरा स्थान

लकड़ीढाही के प्रणव प्रताप आर्य तबला वादन से अपनी पहचान बनायी है. 2023 के कला उत्सव में वे जिले में प्रथम, प्रमंडल में प्रथम और राज्य में चतुर्थ स्थान पर रहे. युवा उत्सव में 2024 में जिले में द्वितीय स्थान प्राप्त किया. प्रणव वर्ष 2018 से तबला वादन सीख रहे हैं. ये संगीत में अपना नाम रोशन करना चाहते हैं, इसलिए पूरी लगन से तबलावादन की साधना में जुटे हुए हैं. प्रणव कहते हैं कि तबलावादन से वे मुकाम पाना चाहते हैं. जिला, राज्य और देश का नाम रोशन हो, इसलिए साधना कर रहे हैं.
तबला वादन में राष्ट्रीय स्तर पर किया प्रतिनिधित्व

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राष्ट्रीय कला उत्सव में बिहार का प्रतिनिधित्व किया

मुरौल के रहने वाले अभिषेक कुमार राजकीय जिला स्कूल के छात्र हैं. वर्ष 2023 में कला उत्सव में जिले में प्रथम, प्रमंडल में प्रथम और राज्य में प्रथम रहे. साथ में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित नयी दिल्ली में राष्ट्रीय कला उत्सव में बिहार का प्रतिनिधित्व किया. यह 2018 से तबलावादन सीख रहे है. 2024 में के कला उत्सव में यह जिले में प्रथम और युवा उत्सव में द्वतीय स्थान प्राप्त किया. अभिषेक कहते हैं कि तबलावादन से वे अपने राज्य का मान बढ़ाना चाहते हैं.

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