Bihar News: मुजफ्फरपुर जिले के एक प्रखंड कार्यालय परिसर में मंगलवार की सुबह एक सात माह के नवजात का शव लावारिस हालत में सड़क किनारे पड़ा मिला. घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोग उग्र हो गए और आरोप लगाया कि कई निजी अस्पतालों द्वारा गर्भपात के बाद नवजातों को खुले में फेंका जा रहा है. उन्होंने अवैध रूप से संचालित हो रहे अस्पतालों की कड़ी आलोचना की.
जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के प्रशिक्षु DSP अभिजीत अलकेश और थानाध्यक्ष सिकंदर राय मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की. पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर शव को दफनवाया और आरोपी अस्पताल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी. पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी (CCTV) कैमरों के फुटेज के माध्यम से दोषी की पहचान कर कड़ी सजा दिलवायी जाएगी.
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सभी अवैध अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
सीएचसी प्रभारी डॉ. दिव्या ने बताया कि अब इस तरह के फर्जी नर्सिंग होम और अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और सभी अवैध अस्पतालों को बंद कराया जाएगा. स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चों के शव को इस तरह से लावारिस छोड़ना और कचरा खुले में फेंकना समाज के लिए एक गंभीर समस्या बन चुका है, जिससे स्वास्थ्य और सफाई पर भी असर पड़ता है.