Bihar News: बिहार के मुजफ्फरपुर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर RPF और AVA बचपन बचाओ आंदोलन ने एक सघन जांच अभियान चलाया. इस अभियान के दौरान, पुलिस ने दो मानव तस्करों को गिरफ्तार किया और 6 बच्चों को मुक्त कराया जो मुजफ्फरपुर से गुजरात के आनंद में मजदूरी के लिए ले जाया जा रहे थे.
मजदूरी के काम के लिए ले जाया जा रहा था
पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर प्लेटफार्म पर संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी शुरू की. इस दौरान कुछ डरे हुए बच्चों को देखा गया. पूछताछ के बाद सभी ने बताया कि उन्हें मजदूरी के काम के लिए ले जाया जा रहा था. गिरफ्तार आरोपियों में रुदल मुखिया (48 वर्ष) और राजा राम पासवान (29 वर्ष) शामिल थे जो सीतामढ़ी के निवासी हैं।
पैसे का लालच देकर मजदूरी के लिए ले जा रहे थे
गिरफ्तार किए गए तस्करों ने पुलिस को बताया कि वे सभी बच्चों को 8000 रुपये प्रति माह का लालच देकर मजदूरी के लिए ले जा रहे थे। बच्चों में से अधिकांश की उम्र 14 से 16 वर्ष के बीच है और सभी का संबंध कन्हौली थाना क्षेत्र से है.
दोनो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया
पुलिस ने दोनों आरोपियों की विस्तृत पूछताछ की और मौके पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए सामग्री को जब्त किया। सभी कार्रवाई का वीडियो और फोटो भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत दर्ज किया गया। दोनों तस्करों को गिरफ्तार करके जीआरपी मुजफ्फरपुर के हवाले कर दिया गया, जहां मामले की पंजीकरण प्रक्रिया जारी है।
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मानव तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है
यह ऑपरेशन आहट मानव तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है जो बच्चों के अधिकारों और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और गैर सरकारी संगठनों के बीच सहयोग को दर्शाता है. रेलवे स्टेशन पर इस तरह की घटनाओं की निगरानी जारी रहेगी, ताकि भविष्य में किसी भी बच्चे को इस तरह के जाल में न फंसने दिया जाए.