Bihar News: मुजफ्फरपुर में प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन गया है, जो शहरवासियों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है. धूल और जहरीली गैसों के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के आसपास बना हुआ है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो गया है. इस समस्या से निपटने के लिए नगर निगम सड़कों पर पानी का छिड़काव कर रहा है, लेकिन यह उपाय नाकाफी साबित हो रहा है. शहर में प्रदूषण के प्रति उदासीनता भी देखने को मिल रही है, जबकि कुछ लोग इसके खतरे को समझते हुए लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
पौधरोपण और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का संदेश
पौधरोपण और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का संदेश देने वाले लोग अपनी निजी पहल से यह अभियान चला रहे हैं. रंजन कुमार, आइनबॉल एसोसिएशन के सचिव, जो बोचहां के पीर मोहम्मदपुर गांव से पौधरोपण की शुरुआत कर चुके हैं, शहर और गांव में नियमित रूप से वृक्षारोपण कर रहे हैं. उनका उद्देश्य गाड़ियों का उपयोग कम करने और प्रदूषण से बचने का संदेश फैलाना है.
ये भी पढ़े: बिहार में शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए अब नहीं करनी होगी यात्रा, महिला शिक्षकों को बड़ी राहत
भूमिगत जल के प्रदूषण पर भी ध्यान देना जरूरी
वहीं, वसुधा कल्याण आश्रम और तरु मित्र प्रज्ञा परिषद भी प्रदूषण कम करने के लिए प्रयासरत हैं. आचार्य पावन महाराज का कहना है कि जलाशय और भूमिगत जल के प्रदूषण पर भी ध्यान देना जरूरी है. वे यह अभियान लगातार चला रहे हैं, ताकि लोग प्लास्टिक के थैले का उपयोग न करें और स्वच्छ हवा में सांस ले सकें.