Bihar News: RPF हटिया की टीम ने फर्जी टिकट बनाने वाले गिरोह के पांचवें सदस्य को गिरफ्तार कर एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. यह गिरफ्तारी हटिया जंक्शन से हुई, जहां आरोपी वीर बहादुर सहनी को पकड़ा गया. जो मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र के अजीतपुर का रहने वाला है.
छापेमारी और बरामदगी
गिरफ्तारी के बाद आरपीएफ की टीम ने बिरसा चौक स्थित एक लॉज पर छापेमारी की, जहां से 131 माइक्रो रबर स्टांप, मोबाइल, और नौ फर्जी टिकट बरामद किए गए. ये टिकट अलग-अलग नंबरों पर टेंपरिंग कर बनाए गए थे. टीम ने पुष्टि की कि आरोपी पिछले छह महीनों से रेलवे के सामान्य टिकटों में हेराफेरी कर यात्रियों को धोखा देकर लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा कर रहा था.
सीसीटीवी फुटेज ने दिया सुराग
बीते 2 दिसंबर को मुजफ्फरपुर में चार अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद, RPF की टीम ने रैकेट के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए अभियान तेज कर दिया था. रविवार को हटिया जंक्शन के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
टिकट में हेराफेरी का तरीका
गिरोह का काम करने का तरीका बेहद शातिराना था. आरोपी स्टेशन से नजदीकी दूरी का सामान्य श्रेणी का टिकट खरीदता और उसमें हेराफेरी कर उसे यात्रियों से बदल देता. यात्रियों से मिले टिकट को वह रेलवे काउंटर पर रद्द करवा कर पैसे वसूलता था.
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अब तक की कार्रवाई
मुजफ्फरपुर और हटिया में की गई कार्रवाइयों के दौरान, कुल 271 माइक्रो रबर स्टांप और अन्य संदिग्ध सामग्रियां जब्त की जा चुकी हैं. आरपीएफ ने गिरफ्तार आरोपी को आगे की जांच के लिए जीआरपी हटिया को सौंप दिया है. गिरफ्तारी के बाद RPF की टीम सतर्क हो गई है और अन्य सदस्यों की तलाश में अभियान जारी है. इस घटना ने रेलवे टिकटिंग प्रणाली में सुरक्षा के लिए गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.