मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी, सीवरेज काम से सड़कें बंद, लोगों को भारी परेशानी का सामना
Bihar News: मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सीवरेज के कार्य को लेकर निर्माण एजेंसी की मनमानी जारी है. रविवार को सिकंदरपुर चौक से रानी-सती मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते को अचानक बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया.
Bihar News:मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सीवरेज के कार्य को लेकर निर्माण एजेंसी की मनमानी जारी है. रविवार को सिकंदरपुर चौक से रानी-सती मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते को अचानक बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया. जबकि इस मुख्य सड़क को बंद करने के लिये पूर्व में कोई आधिकारिक सूचना नहीं जारी की गयी. जिसके कारण सिकंदरपुर चौक व स्टेडियम की ओर से आने वाले वहनों का रास्ता बंद हो गया. दिन-भर अपरातफरी की स्थिति बनी रही.
यहां तक की स्थानीय लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो गया. दिन में सड़क को बंद कर जेसीबी लगा कर गड्ढा का काम जारी था. वहीं राहगीरों व स्थानीय लोगों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था. रास्ता बंद होने की स्थिति में लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिये 3 से 4 किमी. का चक्कर लगाना पड़ा. दूसरी ओर स्थानीय लोगों को जोखिम उठा कर सड़क पार करना पड़ा.
सीवरेज योजना अधूरी लेकिन चली गयी कई जान
स्मार्ट सिटी के तहत यह योजना अभी अधूरी है. शहरवासियों को इससे कोई फायदा नहीं हुआ है. लेकिन इसके निर्माण कार्य के दौरान हादसों में कई जान चली गयी. इसी वर्ष अगस्त महीने में दाउदपुर कोठी मोहल्ले में सीवरेज के भीतर दम घूटने से दो मजदूर की मौत हो गयी. इससे पहले सिकंदरपुर मोहल्ले में योजना के शुरूआत में ही दो वर्ष पहले मिट्टी धंसने और पानी के रिसाव से एक मजूदर की मौत हो गयी थी. दूसरी ओर अब तक दर्जनों लोग इसके गड्ढे में गिर कर गंभीर रूप से घायल हो चुके है.
एक्सटेंशन पर चल रही 321 करोड़ की योजना
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सीवरेज की योजना करीब 321 करोड़ की है. जो योजना अपने तय समय सीमा में पूरी नहीं हो सकी. जिसके कारण अब तक दो बार योजना को समय विस्तार दिया जा चुका है. इस वर्ष दिये गये विस्तार के तहत बीते अक्टूबर माह में योजना को पूरा कर लेना था. लेकिन अभी भी शहर में कहीं भी किसी भी समय सड़क बंद कर मिट्टी निकालने का काम शुरू कर दिया जाता है.
10,274 घरों का होना है कनेक्शन
सीवरेज की पाइपलाइन बिछाने के बाद स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया में शामिल 10,274 घरों का कनेक्शन करना है. ताकि, गंदे पानी का बहाव सीवरेज वाली पाइपलाइन से होकर ट्रीटमेंट के बाद सिकंदरपुर मन व बूढ़ी गंडक नदी में बहाया जा सके. लेकिन योजना अधूरी है, इस योजना को लेकर शहर के गली-मोहल्लों से लेकर मेन रोड को काटा गया. लेकिन उसके मरम्मत को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. सीवरेज लाइन वाली अधिकांश सड़कों पर लोग रोज हिचकोले खाते है.