देवेश कुमार, मुजफ्फरपुर: शहर के गरीब-गुरबे अपने आशियाना के लिए चार साल से टकटकी लगाये हुए हैं. आवास के लिए केंद्र सरकार की तरफ से लांच योजना में चयन होने के बावजूद उन्हें अभी तक शहरी पीएम आवास योजना की लाभ नहीं मिल पायी है. आवास बनाने के लिए राशि भुगतान की गति इतनी धीमी है कि चार साल में 3873 लाभुकों का चयन किया गया, लेकिन अबतक मात्र 410 लाभुकों का ही घर बन सका है. ऐसे में इस बार की ठंड में भी योजना में चयनित परिवारों को तिरपाल टांग गुजारा-बसारा करना होगा. इससे लोगों के साथ निगम के पार्षदों में भारी आक्रोश है.
आगामी निगम बोर्ड की मीटिंग में इसको लेकर पार्षदों ने निगम अधिकारियों को घेरने की पूरी तैयारी में जुटे हैं. पार्षदों का आरोप है कि जानबूझकर लाभुकों को परेशान किया जा रहा है. जिस लाभुक को प्रथम किस्त की राशि मिल गयी है. द्वितीय एवं तृतीय किस्त की राशि देने से पहले उन्हें पर्याप्त डॉक्यूमेंट नहीं होने की बात कह दोबारा डॉक्यूमेंट देने की मांग की जा रही है. जो बिलकुल ही गलत है.
वित्तीय वर्ष 2015-16 में प्रथम व 2018-19 में द्वितीय फेज में क्रमश: 623 एवं 1925 लाभुकों का चयन किया गया था. इसमें से 1606 लाभुक को प्रथम किस्त की 50-50 हजार रुपये मिलने के बाद 1124 को द्वितीय किस्त की एक-एक लाख रुपये मिल चुके हैं. वहीं 655 लाभुकों को तृतीय एवं 410 लाभुक को अंतिम किस्त की राशि मिल चुकी है. वित्तीय वर्ष 2020-21 में 1325 लाभुकों का चयन किया गया है. जिनके कागजों की जांच की जा रही है.
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अधूरे डाॅक्यूमेंट के कारण द्वितीय फेज में चयनित 1925 में से 942 लोगों को शहरी पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है. निगम से मिली जानकारी के अनुसार द्वितीय फेज के चयनित 983 को प्रथम किस्त, 604 को द्वितीय किस्त, 277 को तृतीय एवं 34 लाभुकों को अंतिम किस्त की राशि उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की गयी है.
बीते छह माह में 1039 लाभुकों को 5.47 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध करायी गयी है. चार किस्त में राशि लाभुकों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करना है. प्रथम किस्त में 50 हजार, द्वितीय किस्त में एक लाख, तृतीय किस्त में 20 एवं चौथे किस्त में 30 हजार रुपये देना है. उप नगर आयुक्त को जिन लाभुकों के अकाउंट में राशि ट्रांसफर नहीं हो सकी है. पंद्रह दिनों के अंदर ट्रांसफर कराने का निर्देश दिया गया है.
विशाल आनंद, अपर नगर आयुक्त
Posted by: Thakur Shaktilochan