Bihar News: मुजफ्फरपुर में सुपारी देकर रिश्तेदार ने करायी राधे सिंह की हत्या, कांटी पुलिस ने तीनों सुपारी किलर को दबोचा

Bihar News: कांटी पुलिस ने हत्याकांड में शामिल तीनों सुपारी किलर को दबोच लिया है. वहीं मास्टरमाइंड जयप्रकाश सिंह व उसके दोनों पुत्र अंडरग्राउंड हो गए है.

By Radheshyam Kushwaha | October 16, 2024 10:02 PM

Bihar News: मुजफ्फरपुर. कांटी थाना क्षेत्र के ढेमहां जाने वाली सड़क पर राधे सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया. जमीन के विवाद में उसके चचेरे फूफा पारू थाना क्षेत्र के रहने वाले जयप्रकाश सिंह ने एक लाख 30 हजार रुपये की सुपारी देकर कांट्रैक्ट किलर से उसकी हत्या करवायी थी. इस साजिश में जयप्रकाश के दोनों पुत्र मुनमुन सिंह व सोनू सिंह भी शामिल थे.पुलिस ने हत्याकांड में शामिल तीनों सुपारी किलर को भी दबोचा है. उनकी पहचान कांटी थाना के किशुनगर वार्ड नंबर पांच निवासी अनुराग कुमार, ढेमहां निवासी सृजन सुमन व किशुनगर वार्ड पांच निवासी निशांत कुमार उर्फ छोटू के रूप में की गयी.

अपराधियों के पास से मिले पिस्टल-रिवाल्वर और 181 कारतूस

पुलिस ने अनुराग की निशानदेही पर दामूचक स्थित उसके किराये के मकान से रिवॉल्वर बरामद किया है. वहीं, निशांत उर्फ छोटू के घर से एक देसी पिस्टल व 181 पीस 7.65 एमएम का जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. तीनों शातिरों ने पुलिस को चकमा देने के लिए फुलप्रूफ प्लानिंग की थी. हत्या के बाद घटनास्थल से पश्चिम वाली सड़क से भागकर वे लोग एक रेस्टोरेंट में चोर दरवाजे में पहुंचे थे. तीनों सीसीटीवी बार- बार खुद को दिखा रहे थे ताकि पुलिस को उनपर शक न हो, अगर पुलिस पकड़े तो वे बोले कि घटना के समय वे रेस्टोरेंट में बैठे हुए थे. वहीं, मुख्य आरोपी जयप्रकाश पूरे परिवार के साथ घर छोड़ कर अंडरग्राउंड हो गये हैं.

पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी

ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने बताया कि 14 अक्तूबर की रात हुई राधे सिंह की हत्या के मामले में खुलासे के लिए डीएसपी पश्चिमी वन अभिषेक आनंद के नेतृत्व में विशेष टीम बनी थी. टीम ने मैनुअल व टेक्निकल इनपुट के आधार पर साक्ष्य जुटाना शुरू किया. स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद अपराधी पश्चिम की दिशा में भागे हैं. इसके बाद टेक्निकल इनपुट के आधार पर पुलिस टीम एक रेस्टोरेंट पहुंची. सबसे पहले पुलिस ने अनुराग कुमार को दबोचा. उससे पूछताछ के आधार पर सृजन सुमन पकड़ा गया. फिर, निशांत उर्फ छोटू को दबोचा गया. ग्रामीण एसपी ने बताया कि घटना सात बजे के आसपास की है. तीनों अपराधी साढ़े सात बजे के आसपास पीछे के दरवाजे से आये हैं. पुलिस जब रेस्टोरेंट की सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उसमें उनके बीच हुई बातचीत का भी रिकॉर्ड मिला है. तीनों अपराधी घटना से तीन दिन पहले भी रेस्टोरेंट जाकर संचालक से पूछताछ किये थे कि सीसीटीवी काम करता है या नहीं . रेस्टोरेंट में पीछे से आने का रास्ता है या नहीं?

कोर्ट से राधे को जमीन की डिग्री मिलने के बाद ही रच दी साजिश

ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने बताया कि पारू के रहनेवाले जय प्रकाश सिंह व राम विलास सिंह भाई है. राम विलास सिंह की पत्नी राधे सिंह की फुआ है. बूढ़ी होने के बाद वह राधे सिंह के घर पर ही रह रही थी. फुआ के हिस्से की तीन एकड़ जमीन राधे सिंह को फूफा ने दे दी. इसपर जयप्रकाश सिंह की आपत्ति के बाद मामला कोर्ट में चला गया. फिर राधे सिंह को डिग्री हो गयी. इसके बाद जयप्रकाश सिंह ने अपने दोनों बेटे के साथ मिलकर राधे सिंह की हत्या की साजिश रच डाली. उसने एक लाख 30 हजार रुपये में अनुराग व छोटू से डील की. फिर हत्या करवा दी. जयप्रकाश सिंह को डर था कि तीन एकड़ तो चला गया. हिस्से का दो एकड़ और जमीन भी कहीं राधे सिंह के पास न चली जाए. घटना के बाद मृतक की पुत्री मिक्की देवी ने जो प्राथमिकी दर्ज करायी थी इसमें बताया था कि कुल 10. 96 जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. इससे पहले जयप्रकाश सिंह ने उसके पति की भी हत्या करवा दी थी.

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मुंगेर से हथियार व कारतूस मंगवाकर सप्लाई करता है छोटू

पुलिस की छानबीन में यह बात सामने आयी है कि तीनों अपराधी आर्म्स तस्करी की दुनिया में भी सक्रिय है. ये लोग मुंगेर के तस्करों को हथियार की डिमांड भेजकर वहां से हथियार व कारतूस मंगवाते हैं. इसको जिले के अपराधियों के बीच में सप्लाई करते हैं. वहीं, पुराने हथियार को वे लोग मुंगेर के तस्करों को वापस बेच देते थे. निशांत उर्फ छोटू इस गिरोह का मास्टरमाइंड है. पुलिस जब तीनों के मोबाइल खंगाली तो इसमें हथियार खरीद – बिक्री के सबूत मिले.

छोटू की गर्लफ्रेंड की पिस्टल के साथ मिली तस्वीर

डीएसपी पश्चिमी वन अभिषेक कुमार ने बताया कि छोटू सिंह की मोबाइल की जांच की गयी तो उसमें उसकी गर्लफ्रेंड की तस्वीर पिस्टल के साथ मिली है. कई तस्वीर में वह अलग-अलग हथियार के साथ देखी गयी है. पुलिस को आशंका है कि आर्म्स की डीलिंग में उसकी गर्लफ्रेंड भी शामिल हो सकती है. पुलिस उसकी भूमिका जांच रही है. अनुराग दामूचक में अपनी दो बहनों के साथ पढ़ाई के नाम पर किराये का कमरा लेकर रहता था. तीनों अपराधी प्रतिष्ठित स्कूल से पढ़े हुए हैं. वर्तमान में स्नातक की पढ़ाई करने की बात कही है.

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