Bihar News: सर्दी के मौसम में जहां ठंडक गर्मी से राहत देती है, वहीं आंखों से जुड़ी समस्याएं, जैसे खुजली, जलन और संक्रमण तेजी से बढ़ जाती हैं. इन दिनों शहर के अस्पतालों में आंखों के संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है. डॉक्टर इसे वायरल कंजंक्टिवाइटिस बता रहे हैं, जिसे आम भाषा में आंखों का जुकाम कहा जाता है.
संक्रमण के बढ़ते मामले
मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल आइ हॉस्पिटल और SKMCH के नेत्र रोग विभाग में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. डॉक्टरों के अनुसार, यह संक्रमण अत्यधिक संक्रामक है और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने या दूषित वस्तु को छूने से फैलता है. संक्रमित मरीज आंखों में जलन, खुजली, लालिमा और आंसू आने की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं.
डॉक्टरों की सलाह:
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. वैदेही के अनुसार, सर्दी-जुकाम से पीड़ित व्यक्ति अगर दूषित हाथों से आंखों को छूता है, तो संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. ठंडी हवाओं में मौजूद धूलकण भी आंखों में खुजली और जलन का कारण बनते हैं. उन्होंने बताया कि अधिक मोबाइल और कंप्यूटर का इस्तेमाल करने से भी आंखों में ड्राइनेस की समस्या हो सकती है.
संक्रमित आंखों के लक्षण
• आंखों का लाल होना
• पलक में सूजन
• नजर धुंधला होना
• खुजली और जलन
• लगातार आंसू आना
• आंखों में दर्द
आंखों के संक्रमण से बचाव के उपाय
• आंखों को रगड़ने से बचें
• बार-बार आंखों को छूने से पहले हाथ साफ करें
• ठंडे पानी से आंखों को धोएं
• बाहर निकलते समय धूप का चश्मा पहनें
• मोबाइल और कंप्यूटर का उपयोग सीमित करें
क्या करें अगर संक्रमण हो जाए?
डॉ. वैदेही ने कहा कि संक्रमण होने पर किसी घरेलू उपचार की जगह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. समय पर इलाज न मिलने से संक्रमण गंभीर हो सकता है.
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आंखों की देखभाल क्यों है जरूरी?
सर्दी के मौसम में संक्रमण से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है. धूलकण और ठंडी हवाओं से आंखों को बचाने के लिए धूप का चश्मा उपयोगी है. डिजिटल स्क्रीन से दूरी बनाकर, आंखों की नियमित सफाई करके संक्रमण के जोखिम को कम किया जा सकता है.