बिहार में इस बार आलू की पैदावार कम होने से आलू की कीमत में रोज बढ़ोतरी हो रही है. कोल्ड स्टोर में भी आलू बहुत कम बचा हुआ है. आलू की खपत के लिहाज से उपलब्ध नहीं होने के कारण व्यापारी यूपी से आलू मंगा रहे हैं. बाजार समिति में आलू का होलसेल दर इन दिनों 2800-2900 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि खुदरा बाजार में आलू 33-34 रुपये किलो बिक रहा है. सूबे के कोल्ड स्टोर में आलू कम होने के कारण बाजार में लोकल आलू की आवक घट गयी है.
लोकल और यूपी का आलू मिला कर करीब पांच ट्रक आलू रोज बाजार समिति में उतर रहा है. एक ट्रक में 25 टन आलू का स्टोरेज रहता है. इस लिहाज से 125 टन आलू रोज बाजार समिति में आ रहा है. व्यापारियों का कहना है कि आलू की मांग में कमी नहीं है, लेकिन आलू की आपूर्ति उस लिहाज से नही हो रही है, जिससे कीमत में लगातार उछाल जारी है. जैसे-जैसे कोल्ड स्टोर का आलू कम होता जायेगा, आलू की कीमत भी बढ़ती जायेगी. नवंबर तक आलू की कीमत घटने की गुंजाइश नहीं है. नयी फसल आने के बाद ही आलू सस्ता होगा.
जल्दी खराब होने से कई दुकानदार नहीं बेच रहे आलू
इन दिनों कोल्ड स्टोर से निकला आलू जल्दी खराब हो रहा है. इस कारण कई किराना दुकानदार आलू नहीं बेच रहे हैं. उनका कहना है कि आलू खराब होने के कारण उन्हें घाटा लग रहा है. व्यापारियों का कहना है कि तापमान अधिक रहने के कारण कोल्ड स्टोर से निकला आलू जल्दी खराब हो जाता है. आलू को ठंडा में रखा जाये तो वह ठीक रहता है, अधिक गर्मी से उसमें सड़न आने लगती है. हालांकि बारिश के मौसम में आलू जल्दी खराब नहीं होगा. इसे अधिक दिनों तक रखा जा सकता है.
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मांग के हिसाब से आपूर्ति नहीं होने से आलू की कीमत बढ़ रही
पिछले साल आलू की पैदावार काफी हुई थी. जिसके कारण आलू की उपज का दाम भी किसानों को नहीं मिला था. इस बार किसानों ने आलू कम लगाया है, जिससे पैदावार में कमी आ गयी. इसका असर कीमत पर पड़ रहा है. मांग के हिसाब से आपूर्ति नहीं होने से आलू की कीमत बढ़ रही है. यूपी आलू की खरीद और ट्रांसपोर्टेशन में भी अधिक राशि चुकानी पड़ रही है. इसका असर बाजार पर दिख रहा है- विजय चौधरी, अध्यक्ष, आलू प्याज विक्रेता संघ