चार जनवरी से स्कूल और कॉलेज खुलने(Bihar School Reopen) पर आधे छात्र ही बुलाये जायेंगे. क्लास में छात्रों को छह फुट की दूरी पर बैठाया जायेगा. बिना मास्क के उनकी क्लास में इंट्री नहीं होगी. शिक्षा विभाग ने गुरुवार को कुलपति और जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर कोरोना से बचाव के सारे दिशा निर्देश जारी कर दिये.
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने हिदायत दी है कि कॉलेज से लेकर स्कूल में निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाये. सभी सरकारी स्कूलों में छात्रों को जीविका दीदी दो-दो मास्क देंगी. बिहार विवि के रजिस्ट्रार प्रो राम कृष्ण ठाकुर ने कहा कि सरकार के निर्देश का पूरा पालन किया जायेगा. सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को इस बारे में निर्देश भी भेजा जा रहा है. जिला शिक्षा अधिकारी अब्दुस सलाम अंसारी ने कहा कि स्कूलों और कोचिंग में कोरोना बचाव के नियमों का पालन हो इस पर निगरानी रखी जायेगी. स्कूल या कॉलेज जाने से पहले छात्रों के माता पिता से स्वास्थ्य संबंधी घोषण पत्र लिया जायेगा.
कॉलेजों और स्कूलों को अपनी पानी टंकी से लेकर लैबोरेट्री तक को सैनिटाइज्ड कराना होना. शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि शैक्षिक संस्थानों के परिसर, भवन, कमरे, फर्नीचर, उपकरण, स्टेशनरी, वाशरूम, लाइब्रेरी को सैनिटाइज्ड करा लिया जाये और प्रतिदिन सैनिटाइजेशन का काम हो. सभी जगह डिजिटल थर्मामीटर रखे जायें. छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के आने से पहले उनकी थर्मल स्कैनिंग करायी जाये. स्कूलों की सभी गाड़ियों को सैनिटाइज्ड किया जाये.
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शिक्षा विभाग ने कुलपति और जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि स्कूल और कॉलेज में सुरक्षा की तैयारी के लिए एक टास्क फोर्स गठित की जाये. टास्क फोर्स का काम परिसर में सैनिटाइजेशन, साफ सफाई, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखे. इस टीम में शिक्षकों के साथ छात्र भी रहेंगे. स्कूलों में विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्य को भी रखा जायेगा.
काॅलेज और स्कूलों की दीवारों पर मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ की सफाई के बारे में दिशा निर्देश लिखे जायेंगे. इसके अलावा परिसर में इस बारे में पोस्टर भी लगाये जायेंगे. कॉलेज और स्कूल के गेट इंट्री और जाने के समय खुले रहेंगे ताकि आने जाने समय छात्रों की भीड़ नहीं हो.
किसी कॉलेज, स्कूल या कोचिंग का कमरा छोटा है तो उसे निर्देश दिया गया है कि वह अपनी क्लास लाइब्रेरी या लैबोरेट्री में चलाये. किसी भी कीमत पर सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन नहीं किया जाये. किसी क्लास में पहले दिन आधे छात्र और फिर दूसरे दिन आधे छात्र आयेंगे.
बिहार विवि के हॉस्टल या स्कूलों के हॉस्टल में स्वास्थ्य जांच के बाद ही छात्रों को रहने दिया जायेगा. वही छात्र हॉस्टल में रह सकेंगे जिनके पास ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा नहीं हो. हॉस्टल में सिर्फ जरूरी कर्मचारी की ही तैनाती की जायेगी. मेडिकल टीम हॉस्टल के मेस और किचेन का निरीक्षण करेगी. छात्रावास में वाइफाई और केबुल कनेक्शन भी दिया जायेगा.
Posted By: Thakur Shaktilochan