Bihar Train: मुजफ्फरपुर. महज साढ़े 16 घंटे में अब मुजफ्फरपुर से वाया पटना होकर आनंद विहार दिल्ली ट्रेन से पहुंचा जा सकेगा. रेलवे ने इस खंड पर सप्तक्रांति एक्सप्रेस की क्लोन ट्रेन चलाने का फैसला किया है. यह ट्रेन डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से तेज चलेगी और उससे पहले दिल्ली पहुंचाएगी. मुजफ्फरपुर से इस ट्रेन का परिचालन 28 जुलाई रविवार से प्रतिदिन होगा. रेलवे बोर्ड ने इसकी अनुमति प्रदान कर दी है. मुजफ्फरपुर से यह ट्रेन 28 जुलाई से चलेगी और 31 दिसंबर तक प्रतिदिन अप व डाउन में आएगी-जाएगी. इस तरह दोनों तरफ से यह ट्रेन 157-157 ट्रिप चलेगी.
रविवार से रोजाना चलेगी ट्रेन
ट्रेन संख्या 05219 दोपहर डेढ़ बजे मुजफ्फरपुर से वाया पटना होकर दिल्ली के लिए रवाना होगी. अगली सुबह छह बजे ट्रेन आनंद विहार स्टेशन पहुंचेगी. वापसी में 05220 नंबर से यह ट्रेन आनंद विहार दिल्ली से वाया पटना, सोनपुर, हाजीपुर होते मुजफ्फरपुर लौटेगी. इस ट्रेन से महज साढ़े 16 घंटे में यात्री दिल्ली पहुंच जाएंगे, जबकि अन्य ट्रेनें 18 से 20 घंटे में दिल्ली पहुंचती हैं. क्लोन ट्रेन के रूप में चलनेवाली यह गाड़ी डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस व बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस सहित कई नामी-गिरामी ट्रेनों को पीछे छोड़ते हुए आगे निकलकर दिल्ली पहुंच जाएगी.
मुजफ्फरपुर से आना से पकड़ सकते हैं ट्रेन
इससे यात्रियों को चार घंटे समय की बचत और मुस्कान के साथ यात्रा पूरी होगी. यात्रियों का कहना है कि सुबह में आराम से खाना-पीना के बाद दोपहर में मुजफ्फरपुर से इस ट्रेन को पकड़ सकते हैं. रातभर सफर के बाद सुबह-सुबह दिल्ली पहुंच कर दिन भर का सारा काम निपटाकर अगले दिन फिर इस ट्रेन से मुजफ्फरपुर के लिए लौट भी सकते हैं. इसमें छह जनरल के अलावा सारे कोच स्लीपर के होंगे. फिलहाल, इस ट्रेन की खाली रैक भगवानपुर में खड़ी है. शुक्रवार को मुजफ्फरपुर कोचिंग डिपो में लाकर रैक की जांच की जाएगी. इसके बाद इस ट्रेन को 28 जुलाई से दिल्ली के लिए रवाना किया जाएगा.
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यात्रियों की भीड़ देखकर लिया गया फैसला
मुजफ्फरपुर-आनंद विहार दिल्ली सप्तक्रांति एक्सप्रेस में जनरल और स्लीपर कोच कम होने से यात्रियों को भारी भीड़ हो रही थी. यात्रियों की असुविधा पर अखबारों में लगातार खबर प्रकाशित की जा रही थी. इसकी रिपोर्टिंग रेलवे बोर्ड तक गई थी. इसके बाद पूर्व मध्य रेल के प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक ने इस मामले की पड़ताल कर इसका फीडबैक रेलवे बोर्ड को भेजा. उसके बाद सारी प्रक्रिया पूरी होने पर 28 जुलाई से ट्रेन चलाने का आदेश दे दिया गया है. महज एक महीने के भीतर सप्तक्रांति एक्सप्रेस की क्लोन चलाने की स्वीकृति मिल गई.