देश में बाल विवाह एक बहुत बड़ी समस्या है जिसके खिलाफ बहुत सारे कानून बनाए गए है. परंतु फिर भी बहुत से अभिभावक नाबालिग लड़के लड़कियों की शादी कराने से बाज नहीं आ रहे है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के एक गांव से. जहां शादी का मंडप तैयार था, दरवाजे पर बारात खड़ी थी. सारी तैयारी पूरी हो चुकी थी फिर लड़की दुल्हन ना बन सकी. क्योंकि जिला प्रशासन ने सही वक्त पर शादी रुकवा दी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर के अहियापुर में शनिवार को बालिका ने पुलिस हेल्पलाइन पर फोन कर अपनी शादी की जानकारी दी. उसने हेल्पलाइन पर फोन कर बताया कि उसकी उम्र सिर्फ 12 वर्ष की है और उसकी मां जबरदस्ती उसकी शादी कर रही हैं. वैशाली जिले से बरात भी घर पर आ चुकी है.
इस पर एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश व बीडीओ महेश चंद्र ने मुशहरी थाने को फोन कर शादी रुकवाने का निर्देश दिया उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस को देख कर लड़की के घर में अफरा तफरी मच गई. उसके बाद पुलिस वर और वधू दोनों के पिता को हिरासत में लेकर थाने लेकर चली गई.
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थाने पर एसडीओ व बीडीओ भी पहुंचे. मौके पर प्रभारी थानाध्यक्ष कौशल किशोर सिंह, अवर निरीक्षक चांदनी कुमारी सांवरिया, रंजीत कुमार भी मौजूद थे. सभी ने दोनों पक्षों को समझाया कि बाल विवाह कानूनन अपराध है. 18 वर्ष से कम आयु में मां बनना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. लड़की वाले शादी की तैयारी में पंडाल और खानपान संबंधी तैयारियों के खर्च के नुकसान की बात कहने लगे. इस पर जिला प्रशासन और बाल संरक्षण इकाई की टीम ने उन्हें बाल विवाह कानून के बारे में पूरी जानकारी दी तो वह विवाह नहीं करने पर राजी हो गए. पुलिस ने दोनों को बांड पर छोड़ दिया.