मुजफ्फरपुर में भर्ती नहीं हो सकेंगे ब्लैक फंगस के मरीज, पटना IGIMS और AIIMS किए जाएंगे रेफर, जानें SKMCH की मजबूरी
एसकेएमसीएच में ब्लैक फंगस के मरीज अब आयेंगे तो उन्हें देख कर उसे पटना आइजीएमएस व एम्स में रेफर कर दिया जायेगा. इसके साथ ही दवा की उपलब्धता नहीं होने पर एसकेएमसीएच में मरीजों का आपरेशन व भर्ती नहीं किया जायेगा. मंगलवार को एसकेएमसीएच के अधीक्षक बाबू साहब झा को पटना से सौ वायल दवा उपलब्ध करायी गयी.
एसकेएमसीएच में ब्लैक फंगस के मरीज अब आयेंगे तो उन्हें देख कर उसे पटना आइजीएमएस व एम्स में रेफर कर दिया जायेगा. इसके साथ ही दवा की उपलब्धता नहीं होने पर एसकेएमसीएच में मरीजों का आपरेशन व भर्ती नहीं किया जायेगा. मंगलवार को एसकेएमसीएच के अधीक्षक बाबू साहब झा को पटना से सौ वायल दवा उपलब्ध करायी गयी.
अधीक्षक ने कहा कि पटना मुख्यालय से कहा गया कि उनके यहां जो मरीज आ रहे हैं, उन्हें पटना एम्स व आइजीएमएस में रेफर करे. आइजीएमएस व एम्स को हर दिन चार सौ वायल दवा उपलब्ध होगी और मरीजों का इलाज होगा. अधीक्षक ने कहा कि दवा के अभाव में मरीज को पटना रेफर किया गया था, लेकिन मुख्यालय ने कहा सौ वायल तीन दिन की दवा उपलब्ध करा दी जा रही है. उन्हें इलाज कर डिस्चार्ज करे और नये मरीज को भर्ती नहीं करे. इसके बाद इन मरीजों को यहां रख इलाज कर डिस्चार्ज किया जायेगा.
अधीक्षक ने कहा कि अब दवा के अभाव में जो मरीज आयेंगे उनका ऑपरेशन भी नहीं किया जायेगा. इसके साथ ही ओपीडी में जो मरीज आयेंगे उन्हें देख कर डॉक्टर पटना एम्स व आइजीएमएस में ऑपरेशन के लिये रेफर करेंगे.
ब्लैक फंगस के मरीजो के इलाज व आपरेशन को लेकर एसकेएमसीएच में 35 बेड बनाये गये थे. यहां पर बेहतर सुविधा होने के कारण लगातार मरीज आ रहे है. अधीक्षक ने कहा कि ब्लैक फंगस के लिए अतिमहत्वपूर्ण एम्फोटेरिसीन बी नामक दवा दो सौ वायल राज्य मुख्यालय ने उपलब्ध कराया. इसके आधार पर ऑपरेशन व इलाज भी शुरू हुआ.
इस बीच शुक्रवार को राज्य मुख्यालय से एक हजार अतिरिक्त वायल की मांग की गयी. लेकिन राज्य मुख्यालय ने दवा देने के बदले एसकेएमसीएच से 70 वायल दवा को वापस करने को कहा. इसके कारण अब यहां पर नए मरीज के इलाज पर संकट है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan