शाम पांच बजे के बाद छात्रावास से नहीं निकल सकेंगी छात्राएं , नये नियम लागू
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावास की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई स्तर पर बदलाव किया है.
मुजफ्फरपुर . बीआरए बिहार विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावास की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई स्तर पर बदलाव किया है. अब इन्हीं बदलाव के साथ छात्रावास का संचालन किया जायेगा. विश्वविद्यालय की ओर से इसकी अधिसूचना जारी की गयी है. बताया गया है कि अब छात्रावास में रहने वाली छात्राओं को किसी भी परिस्थिति में गर्मी के दिनों में शाम छह बजे और ठंड के दिनों में शाम पांच बजे के बाद छात्रावास आने-जाने पर प्रतिबंध होगा. विशेष परिस्थिति में छात्रा के माता-पिता या अविभावक से वार्ता के बाद छात्रावास अधीक्षक इसपर निर्णय लेगी. स्तकोत्तर महिला छात्रावास संख्या एक में अब सिर्फ स्नातकोत्तर कक्षा की छात्राएं ही रहेंगी. पीजी की छात्राओं को यही छात्रावास आवंटित किया जायेगा. दूसरे छात्रावास में रह रहीं पीजी की छात्राओं को इस छात्रावास में स्थानान्तरित किया जायेगा. स्नातकोत्तर महिला छात्रावास संख्या दो और तीन में स्नातक एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रम कक्षा की छात्राएं रहेंगी. स्नातकोत्तर महिला छात्रावास संख्या चार में पीएचडी रिसर्च स्कॉलर रहेंगी. स्नातकोत्तर पुरुष व महिला छात्रावासों में छात्र-नायक का चुनाव वर्तमान सत्र के छात्र-छात्राओं के प्राप्त अंक के आधार पर होगा. सभी छात्रावासों के मुख्य द्वार व छात्रावास परिसर के मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरे इंस्टाल किये जायेंगे. छात्रावासों में वार्डन आवंटित करेंगे कमरा छात्राओं को छात्रावास व कमरा संख्या वार्डन के की ओर से ही आवंटित किया जायेगा. प्रत्येक छात्रावासों में अलग-अलग मेस की व्यवस्था की जायेगी. महिला छात्रावास में किसी भी पुरुष या महिला कर्मचारी को आवास आवंटित नहीं किया जायेगा. छात्रावास में कार्यरत किसी भी कर्मचारियों के स्थानांतरण में वार्डेन एवं छात्रावास अधीक्षिका की सहमति लेने का निर्णय लिया गया है. साथ ही यदि कोई छात्रा बीमार पड़ती है तो छात्रा के साथ सम्बन्धित छात्रावास अधीक्षक का रहना अनिवार्य होगा. इसकी सूचना वार्डन व उनके माता पिता व अभिभावकों को दी जाएगी. छात्रावास परिसर का होगा साैंदर्यीकरण विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावास परिसर के सौंदर्यीकरण कराने का निर्णय लिया है. परिसर में ही कचरा प्रबंधन के लिए व्यवस्था की जायेगी. बंद पड़े छात्रावास संख्या दो को अविलंब खोलने और नये सत्र में इसे छात्राओं को आवंटित करने का निर्णय भी लिया गया है. किसी भी छात्र-छात्रा को एक विषय के अतिरिक्त विषय से स्नातकोत्तर करने पर छात्रावास का आवंटन नहीं किया जायेगा. प्रत्येक छात्रा के माता-पिता व अभिभावकों का मोबाइल नंबर अधीक्षक के पास रहेगा.
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