मुजफ्फरपुर के बीआरए बिहार विश्वविद्यालय (BRABU) के कई डिग्री कॉलेजों में छात्रों को अंकपत्र और डिग्री के लिए दौड़ाया जा रहा है. तीन-चार वर्ष पूर्व उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों को भी अंकपत्र नहीं दिया जा रहा है. किसी को उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करना है तो किसी को नौकरी के लिए अंकपत्र की जरूरत है. सोमवार को विश्वविद्यालय के अतिथि गृह में आयोजित छात्र संवाद कार्यक्रम में सीतामढ़ी, वैशाली और बेतिया के कई कॉलेजों के छात्र इस प्रकार की समस्या लेकर पहुंचे.
अंकपत्र और प्रमाणपत्र के लिए पहुंचने पर लौटाया
छात्रों ने संवाद में बताया कि तीन-चार वर्ष पहले यहां से उत्तीर्ण हो गये, लेकिन अबतक अंकपत्र नहीं दिया गया. कॉलेज में जाने पर कहा जा रहा है कि अंकपत्र नहीं आया है. जब विश्वविद्यालय की ओर से उनके अंकपत्र का स्टेटस देखा गया तो वह उसी समय का डिस्पैच दिखाया जा रहा है. ऐसे में छात्रों को संबंधित कॉलेजों के प्राचार्य से लिखवाकर लाने को कहा गया है. इसके बाद यदि अंकपत्र नहीं गया होगा तो फिर से अंकपत्र भेजा जाएगा.
एक घंटे में 50 से अधिक छात्रों ने दर्ज कराई शिकायत
कई छात्रों ने कहा कि डिग्री के लिए आवेदन करने के डेढ़ वर्ष हो गये, लेकिन अबतक डिग्री नहीं दी गयी. इसपर कहा गया कि उनका टीआर नहीं मिल रहा है. उनके आवेदन को लेकर शीघ्र टीआर खोजकर सत्यापन कर डिग्री जारी करने का आश्वासन दिया गया. इस छात्र संवाद में विद्यार्थियों की बड़ी भीड़ दिखी. एक घंटे में 50 से अधिक छात्र-छात्राओं ने अपनी शिकायत दर्ज करायी.
छात्र संवाद की अध्यक्षता कुलानुशासक प्रो. बीएस राय ने की. इस दौरान डीएसडब्ल्यू प्रो.आलोक प्रताप सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ टीके डे, डिप्टी कंट्रोलर-वन डॉ विपुल बरनवाल, अमन कुमार, चंदन कुमार, भारद्वाज समेत अन्य कर्मचारी मौजूद थे.
BRABU छात्र संवाद में अब आधार कार्ड लेकर आना अनिवार्य
अधिकारियों की ओर से निर्णय लिया गया है कि छात्र संवाद में शिकायत लेकर आने वाले स्टूडेंट्स को अब अपना आधार कार्ड की प्रति आवेदन के साथ संलग्न करनी होगी. बिना आधार कार्ड के उनकी शिकायत नहीं ली जाएगी. वहीं डिग्री कॉलेज के स्टूडेंट्स को अपने आवेदन पर संबंधित कॉलेज के प्राचार्य का मोबाइल नंबर भी दर्ज करना होगा.
कुलानुशासक प्रो.बीएस राय ने नयी व्यवस्था को लागू करने को लेकर छात्र संवाद के दौरान निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि अंगीभूत काॅलेजों के प्राचार्यों से संपर्क हो जाता है, लेकिन डिग्री कॉलेजों के मामलों को लेकर आने वाले स्टूडेंट्स को परेशान होना पड़ता है. ऐसे में उन कॉलेजों के प्राचार्य से उसी समय बात कर जानकारी ली जाएगी.
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कन्या उत्थान के लिए छात्राओं का नाम पोर्टल पर नहीं
कन्या उत्थान योजना के लिए पोर्टल पर नाम नहीं होने की शिकायत लेकर कई छात्राएं विश्वविद्यालय पहुंची. छात्र संवाद में एमडीडीएम कॉलेज, एमएसकेबी कॉलेज, महिला काॅलेज सीतामढ़ी, आरडीएस कॉलेज समेत अन्य काॅलेज की छात्राओं ने बताया कि ससमय परिणाम आने के बाद भी उनका नाम पोर्टल पर नहीं दर्ज हो सका. विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि कॉलेज की ओर से जिन छात्राओं का नाम पहले भेजा गया था. उसे दर्ज कर दिया गया. जिन कॉलेजों ने विलंब से छात्राओं का विवरण भेजा. तबतक पोर्टल बंद हो जाने के कारण वह नहीं डाला जा सका. इस कारण छात्राओं का नाम पोर्टल पर नहीं दिख रहा है.
पोर्टल खोलने के शिक्षा विभाग के आदेश के बाद छात्राएं नाम जोड़वाने के लिए विश्वविद्यालय पहुंची थीं. यहां उन्हें बताया गया कि आदेश तो मिल गया है, लेकिन तकनीकी गड़बड़ी बताते हुए शिक्षा विभाग ने अबतक पोर्टल नहीं खोला है. ऐसे में पोर्टल खुलने के बाद ही उनका नाम पोर्टल पर डाला जाएगा.