BRABU: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के पीजी सत्र 2021-23 के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा नौ फरवरी से शुरू होगी. विवि की ओर से परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया है. यह परीक्षा 28 फरवरी तक चलेगी. इससे पहले 30 जनवरी से चार फरवरी तक पीजी विभाग व कॉलेजों को प्रायोगिक परीक्षा व वॉयवा करा लेने को कहा गया है. सत्र नियमित करने के लिए विश्वविद्यालय ने परीक्षा में तेजी की है. इस सत्र के विद्यार्थियों का नामांकन पिछले महीने तक लिया गया है.
दो पाली में होगी परीक्षा
परीक्षा नियंत्रक डाॅ संजय कुमार ने बताया कि परीक्षा दो पालियों में होगी. पहली पाली सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे और दूसरी पाली दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक होगी. इसके लिए विषयों को आठ ग्रुप में बांटा गया है. ग्रुप ए में मनोविज्ञान, संगीत, इलेक्ट्राॅनिक्स, दर्शनशास्त्र, ग्रुप बी में हिंदी, पीके एंड जे, बांग्ला, भूगोल और पर्सियन, ग्रुप सी में राजनीति शास्त्र और अंग्रेजी, ग्रुप डी में इतिहास, बाॅटनी और मैथिली, ग्रुप ई में गणित, समाजशास्त्र, उर्दू, संस्कृत और एआइएच एंड सी, ग्रुप एफ में भौतिकी और काॅमर्स, ग्रुप जी में जूलाॅजी और गृह विज्ञान के साथ ही ग्रुप एच में अर्थशास्त्र और रसायनशास्त्र को रखा गया है. परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि परीक्षा से तीन-चार दिन पहले एडमिट कार्ड जारी कर दिया जाएगा. संबंधित विभाग और काॅलेजों से छात्र एडमिट कार्ड प्राप्त कर सकेंगे.
सालभर में पूरा हो जायेगा इस सत्र का कोर्स
विश्वविद्यालय में पीजी का सत्र विलंब से चल रहा है, जिसे नियमित करने की योजना है. पीजी सत्र 2021-23 का नामांकन पिछले महीने तक लिया गया, जबकि रिकॉर्ड के अनुसार इस साल सत्र पूरा हो जाना चाहिए. अब विश्वविद्यालय पीजी के चारों सेमेस्टर की परीक्षा इसी साल कराकर सत्र नियमित करने की योजना तैयार की है. दो से तीन महीने के अंतराल पर लगातार परीक्षा लेकर परिणाम जारी करते हुए दिसंबर तक चौथे व फाइनल सेमेस्टर का परिणाम जारी किया जाना है.
स्नातक की प्रायोगिक परीक्षा कल तक
कॉलेजों में स्नातक प्रथम व तृतीय वर्ष की प्रायोगिक परीक्षा चल रही है. विवि की ओर से 29 जनवरी तक परीक्षा करा लेने का निर्देश दिया है. वहीं, 31 जनवरी तक विश्वविद्यालय को प्रायोगिक परीक्षा का मार्क्स भेज देना है. एक फरवरी से लगभग सभी कॉलेजों में इंटर की परीक्षा शुरू होगी. इसके बाद 14 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा होगी. ऐसे में अगले महीने तीन हफ्ते तक कॉलेजों में कामकाज प्रभावित रहेगा. वहीं स्नातक प्रथम व तृतीय वर्ष का परिणाम फरवरी से मार्च तक जारी किया जाना है.