BRABU में कन्या उत्थान योजना के पोर्टल पर हंगामा, छात्राओं को बिचौलियों से बचने की दी चेतावनी
BRABU बिहार विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत पोर्टल पर डेटा अपलोड करने के लिए गुरुवार को छात्राओं की भारी भीड़ उमड़ी.
BRABU बिहार विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत पोर्टल पर डेटा अपलोड करने के लिए गुरुवार को छात्राओं की भारी भीड़ उमड़ी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने 11 जनवरी तक पोर्टल पर डेटा अपलोड करने की अंतिम तिथि निर्धारित की है, जिसके चलते जिले के विभिन्न क्षेत्रों से छात्राएं कागजात लेकर पोर्टल पर नाम जोड़ने के लिए पहुंची थीं.
डेटा अपलोड में समस्या, पोर्टल पर सर्च में आ रही समस्या
बड़ी संख्या में छात्राओं का नाम पहले से ही पोर्टल पर था, लेकिन उन्हें सर्च करने में समस्या आ रही थी. वे “रिकॉर्ड नॉट फाउंड” का संदेश देख रही थीं. इसी बीच, कुछ असामाजिक तत्वों ने अवैध तरीके से छात्राओं का नाम पोर्टल पर जोड़ने के लिए हंगामा शुरू कर दिया, जिसके कारण डीएसडब्लू कार्यालय के बाहर अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई. स्थिति नियंत्रण से बाहर होते देख विश्वविद्यालय प्रशासन को सूचित किया गया, और गार्ड्स ने मौके पर मोर्चा संभाला और असामाजिक तत्वों को वहां से हटाया.
90 हजार छात्राओं का डेटा पोर्टल पर अपलोड
विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की सुविधा के लिए 90 हजार छात्राओं का डेटा पोर्टल पर अपलोड कर दिया है. अब छात्राएं कॉलेज के नाम, छात्रा के नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर से अपना नाम देख सकती हैं. डीएसडब्लू डॉ. आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि छात्राओं को अब विश्वविद्यालय आने की जरूरत नहीं है, वे ऑनलाइन पोर्टल से अपना नाम देख सकती हैं.
अगली कार्रवाई के लिए काउंटर बनाए गए
जिन छात्राओं का नाम पोर्टल पर नहीं दिख रहा है, उनके लिए विश्वविद्यालय ने शुक्रवार और शनिवार को दो काउंटर लगाए हैं. इन काउंटरों पर छात्राएं अपना आवेदन, मूल अंकपत्र की छायाप्रति और आधार कार्ड की छायाप्रति जमा कर सकती हैं. इसके बाद उनका नाम पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा.
बिचौलियों से रहें सतर्क
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत सत्र 2018-21, 2019-22 और 2020-23 में स्नातक उत्तीर्ण हुई छात्राओं का डेटा पोर्टल पर अपलोड करना है. कई छात्राएं परेशान हैं क्योंकि उनका नाम पोर्टल पर नहीं आ रहा है. कुछ बिचौलिये डेटा अपलोड कराने के नाम पर अवैध रूप से उगाही कर रहे हैं. गुरुवार को दो छात्राओं ने शिकायत की कि उनसे पांच-पांच हजार रुपये मांगे गए. विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्राओं को चेतावनी दी है कि वे केवल निर्धारित काउंटरों के माध्यम से ही अपने कागजात जमा करें.