मुजफ्फरपुर: बीआरएबीयू सेंट्रल लाइब्रेरी को किया जाएगा हाइटेक, 70 लाख की लागत से पुस्तकों की होगी खरीदारी
BRABU Muzaffarpur: बीआरएबीयू में शुक्रवार को करीब तीन वर्ष बाद कुलपति प्रो.डीसी राय की अध्यक्षता में लाइब्रेरी कमेटी की बैठक की गई. इस दौरान सेंट्रल लाइब्रेरी को हाइटेक करने से लेकर उसमें छात्रों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने काे लेकर दिशानिर्देश दिया गया.
BRABU Muzaffarpur: बीआरएबीयू (बाबासाहब भीमराव अंबेडकर बिहार यूनिवर्सिटी) में शुक्रवार को करीब तीन वर्ष बाद कुलपति प्रो.डीसी राय की अध्यक्षता में लाइब्रेरी कमेटी की बैठक की गई. इस दौरान सेंट्रल लाइब्रेरी को हाइटेक करने से लेकर उसमें छात्रों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने काे लेकर दिशानिर्देश दिया गया.
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय को सभी आधुनिक सुविधाओं से लैश किया जाएगा. शौचालय, पेयजल, बिजली की समस्या को दूर किया जाएगा. इसके स्टडी सेंटर में 20 कंप्यूटर इंस्टाल किए जाएंगे. स्नातक और पीजी में नया पाठ्यक्रम लागू हुआ है. ऐसे में नये पैटर्न के अनुसार सीबीसीएस को केंद्र में रखते हुए 70 लाख की लागत से पुस्तकों की खरीदारी की जाएगी.
पुस्तकालय के पीछे चहारदीवारी का होगा निर्माण
सभी पीजी विभागों से पाठ्यक्रम के अनुसार पुस्तकों के लिए सूची मंगवाई गई है. कहा गया कि नई पुस्तकों के आने से इसका लाभ पीजी और स्नातक के छात्र-छात्राओं के साथ ही रिसर्च स्कॉलर और छात्रों को भी मिलेगा. बैठक में लाइब्रेरी कमेटी के सदस्य सचिव डाॅ कौशल किशोर चौधरी मौजूद थे.
केंद्रीय पुस्तकालय के ठीक पीछे चहारदीवारी का निर्माण कराया जाएगा. साथ ही परिसर का सौंदर्यीकरण भी होगा. मिट्टी भराने के साथ ही परिसर में सोलिंग भी कराया जाएगा.
ये भी पढ़ें: अब सरकारी कर्मियों को छुट्टी के लिए ऑनलाइन करना होगा आवेदन, 16 अगस्त से नई व्यवस्था होगी लागू…
दृष्टि बाधित छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था
दृष्टि बाधित स्टूडेंट्स के लिए लाइब्रेरी में विशेष व्यवस्था की जाएगी. बैठक में कुलपति ने इसपर सहमति दी है.
कहा है कि दृष्टि बाधित स्टूडेेंट्स के लिए ब्रेल लाइब्रेरी की शुुरुआत की जाएगी. इसके लिए उपकरणों की खरीदारी की जाएगी.
शिक्षकों के लिए अतिरिक्त स्टडी रूम बनेगा. इसमें भी कंप्यूटर लगाए जाएंगे. पूरा परिसर सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा. बैठक के दाैरान यह भी निर्णय लिया गया कि विभिन्न कॉलेजों के शिक्षकों के लिए सदस्यता शुल्क 15 सौ की जगह अब 600 रुपये ही लिया जाएगा.
झारखंड में 10 कंपनियां करेंगी 13 हजार करोड़ का निवेश