BRABU Muzaffarpur: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की तरफ से बीते दिन ली गयी परीक्षा के परिणाम के बाद लगातार गड़बड़ी के आरोप लग रहे थे। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने रिजल्ट जारी करने से पहले उसकी समीक्षा का फैसला किया है। पदाधिकारियों ने कहा है कि कोई भी परीक्षा शुरू होने से पहले विषयवार हेड एग्जामिनर की सूची तैयार की जाएंगी। उनके साथ पदाधिकारियों की मीटिंग होगी। बैठक में उन्हें बताया जाएगा कि यदि कोई विद्यार्थी एक या दो अंक से फेल हो रहा हो तो उसकी कॉपी की एक बार स्वयं जांच कर लें। साथ ही एक ही पेपर में यदि बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं को शून्य या एक ही जैसा अंक आ रहा हो तो उनमें से कुछ कॉपियों को देख लें। इससे परिणाम जारी करने से पहले उस समस्या को दूर किया जा सकता है।
रिजल्ट पेंडिंग का यह है कारण
पदाधिकारियों ने बताया कि परीक्षाओं के परिणाम में विलंब और पेंडिंग का एक प्रमुख कारण ससमय कॉलेजों से इंटरनल और प्रायोगिक परीक्षाओं का अंक नहीं प्राप्त होना भी है। ऐसे में विश्वविद्यालय ने शीघ्र डिग्री और अंगीभूत कॉलेजों के साथ अलग-अलग बैठक का निर्णय लिया है। इस बैठक में संबंधित कॉलेजों के प्राचार्यों से अनुरोध किया जाएगा कि प्रायोगिक और इंटरनल परीक्षा का अंक दिए गये फॉर्मेट में उचित समय पर उपलब्ध करा दें। साथ ही जिन छात्र छात्राओं का अंक कॉलेज में भेज दिया गया हो। उनके आवेदन को बिना देखे सीधे विवि को फॉरवर्ड करने से बचें।