सर, रिजल्ट एक साल पहले आया, लेकिन अब तक… BRABU के छात्रों ने संवाद में रखी अपनी समस्याएं
BRABU के छात्रों को मार्कशीट नहीं मिलने से हो रही परेशानी, संवाद में शिकायत करने गए छात्र आश्वासन पाकर वापस लौटे
सर, परिणाम जारी हुए एक वर्ष बीत गये पर अब तक पेंडिंग सुधार नहीं हुआ है. कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय तक तीन-चार बार आवेदन भी दे चुके हैं. प्रथम और द्वितीय वर्ष का अंक तृतीय वर्ष के अंकपत्र में नहीं दिख रहा है. टीपी वर्मा कॉलेज नरकटियागंज से पहुंची छात्रा ने BRABU के अतिथि गृह में आयोजित छात्र संवाद में यह शिकायत की. इसी कॉलेज के दो अन्य छात्रों ने भी पेंडिंग सुधार के लिए आवेदन जमा किया. कुल 13 छात्र-छात्राओं ने छात्र संवाद में विभिन्न समस्याओं को लेकर आवेदन दिया.
आठ आवेदन पेंडिंग सुधार से जुड़े थे
दिए गए आवेदनों में से आठ आवेदन पेंडिंग सुधार से जुड़े थे. दो छात्रों ने स्नातक की द्वितीय मेधा सूची में नाम आने के बाद नामांकन से चूक जाने की बात कही. छात्रों ने कहा कि उन्हें नामांकन का मौका दिया जाए. इस पर पदाधिकारियों ने कहा कि तृतीय मेधा सूची में उन्हें मौका दिया जा सकता है, लेकिन पहली प्राथमिकता अब तक सूची में शामिल नहीं होने वाले स्टूडेंट्स को दिया जाएगा. तीन छात्र-छात्राओं ने डिग्री के लिए एक वर्ष पहले आवेदन करने के बाद भी अबतक डिग्री नहीं मिलने की शिकायत की.
ऑनलाइन स्टेटस दिख रहा डिस्पैच
एक छात्र ने कहा कि उसकी डिग्री का ऑनलाइन स्टेटस में विश्वविद्यालय से डिस्पैच दिखा रहा है, लेकिन डिग्री कॉलेज में नहीं दी जा रही है. वहां से कहा जा रहा है कि डिग्री नहीं आयी है. ऐसे में कॉलेज से विश्वविद्यालय तक का चक्कर काटकर परेशान हो रहे हैं. छात्र का आवेदन लेकर कहा गया कि शीघ्र ही उन्हें डिग्री उपलब्ध करा दी जाएगी. छात्र संवाद की अध्यक्षता कुलानुशासक प्रो.बिनय शंकर राय ने की. वहीं परीक्षा नियंत्रक डॉ टीके डे, अतिथि गृह के इंचार्ज डॉ अमर बहादुर शुक्ला समेत परीक्षा विभाग व अध्यक्ष छात्र कल्याण कार्यालय से जुड़े कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे.
एलएनटी कॉलेज में छात्र संवाद आज
ललित नारायण तिरहुत कॉलेज में मंगलवार से प्रत्येक सप्ताह छात्र संवाद का आयोजन किया जाएगा. नवनियुक्त प्राचार्य डॉ अभय कुमार सिंह ने छात्र-छात्राओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो और उन्हें किसी कार्य के लिए चक्कर नहीं लगाना पड़े. इसको लेकर यह पहल की है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक सप्ताह में अवकाश को छोड़कर प्रत्येक मंगलवार को वे स्वयं और इसके लिए नियुक्त किए गए समन्वयक की मौजूदगी में छात्रों की शिकायतों को सुनेंगे. साथ ही अगले छात्र संवाद से पहले उसका निष्पादन हो सके. इस दिशा में पहल की जाएगी.