BRABU बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में सत्र 2023-27 में तृतीय सत्र में नामांकन के लिए अधिसूचना जारी कर दी गयी है. अध्यक्ष छात्र कल्याण डॉ आलोक प्रताप सिंह ने इसको लेकर सभी संबंधित अंगीभूत और संबद्ध डिग्री कॉलेजाें के प्राचार्य को पत्र भेजा है. कहा है कि 22 से 30 नवंबर तक कॉलेजों में नामांकन लेना है.
द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में विलंब है
निर्धारित अवधि में नामांकन लेने के साथ ही उसकी रिपोर्ट विश्वविद्यालय को भेज दें. उन्होंने बताया कि द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में विलंब है. ऐसे में सत्र बेपटरी नहीं हो. इसको लेकर नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. परिणाम के लिए इंतजार करने और इसके बाद नामांकन पर सत्र विलंब होगा. इसका सीधा असर अगले सेमेस्टर और अन्य सत्र की परीक्षाओं पर भी होगा. ऐसे में परिणाम आने से पूर्व ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. कुलपति के मौखिक आदेश पर यह अधिसूचना जारी की गयी है.
CBCS में प्रत्येक सेमेस्टर में लेना है नामांकन
स्नातक में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू होने के बाद प्रत्येक सेमेस्टर में नामांकन लेना होता है. तृतीय, पांचवें और सातवें सेमेस्टर में नामांकन लेने के लिए छात्र-छात्राओं को पिछले सेमेस्टर में उत्तीर्ण होना आवश्यक है. इसमें क्रेडिट की भी शर्तें निर्धारित हैं. विश्वविद्यालय की ओर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हाेने के बाद से छात्र-छात्राएं असमंजस में हैं. प्रत्येक सेमेस्टर में क्वालिफाई करने के लिए छात्र-छात्राओं को कम से कम आठ क्रेडिट अनिवार्य रूप से प्राप्त करना होगा. तभी तीसरे सेमेस्टर में वे नामांकन ले सकते हैं.
ऐसे में कम से कम 16 क्रेडिट वाले स्टूडेंट्स ही तीसरे सेमेस्टर में नामांकन के लिए योग्य होंगे. परेशानी यह है कि अबतक प्रथम सेमेस्टर का ही क्रेडिट निर्धारण नहीं किया जा सका है. ऐसे में क्रेडिट का निर्धारण कर तृतीय सेमेस्टर के नामांकन में विलंब हो सकता है. इसको देखते हुए विश्वविद्यालय ने तृतीय सेमेस्टर में दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
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जब शुरू होनी थी परीक्षा तब हो रहा नामांकन
विश्वविद्यालय की ओर से जो परीक्षा कैलेंडर तैयार किया गया था. उस अनुसार 30 सितंबर तक द्वितीय सेमेस्टर का परिणाम जारी करना था. साथ ही नवंबर के पहले सप्ताह में तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा होनी थी. इसके हिसाब से यह सत्र करीब छह महीने विलंब हो गया है. नवंबर बीतने को है और अबतक इस सेमेस्टर में नामांकन तक नहीं हुआ है. इसके बाद दूसरे सत्र की परीक्षाएं भी सिर पर हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय को ससमय सत्र पूरा करना चुनौती बना हुआ है.