BRABU: विश्वविद्यालय ने की पहल, अब डिजीलॉकर पर मिलेगा प्रोप्विजनल सर्टिफिकेट

BRABU: विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों से पास-आउट होने वाले छात्र-छात्राओं को डिग्री के लिए विश्वविद्यालय और कॉलेज का चक्कर नहीं लगाना होगा. विश्वविद्यालय ने डिजिटल डिग्री देने की प्रक्रिया पूरी कर ली है.

By Anshuman Parashar | August 10, 2024 9:55 PM
an image

BRABU: विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों से पास-आउट होने वाले छात्र-छात्राओं को डिग्री के लिए विश्वविद्यालय और कॉलेज का चक्कर नहीं लगाना होगा. विश्वविद्यालय ने डिजिटल डिग्री देने की प्रक्रिया पूरी कर ली है. विश्वविद्यालय ने स्नातक सत्र 2020-23 के 59 हजार छात्र-छात्राओं का प्रोविजनल सर्टिफिकेट डिजीलॉकर पर अपलोड कर दिया है.

प्रदेश में पहले डिजीलॉकर पर डिग्री देने वाला विश्वविद्यालय

छात्र-छात्राएं अपने डिजीलॉकर एकाउंट पर इसे देख और डाउनलोड कर सकेंगे. प्रदेश भर में बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने सबसे पहले डिजीलॉकर पर डिग्री देने की सेवा शुरू की है. परीक्षा विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार पहले प्रोविजनल दिया गया है. डीम्ड डेट नहीं मिलने के कारण इस सत्र का मूल प्रमाणपत्र अभी अपलोड नहीं किया गया है. राजभवन से डीम्ड डेट प्राप्त होने के बाद मूल प्रमाणपत्र की डिजिटल प्राप्ति भी डिजीलॉकर पर अपलोड कर दी जाएगी. फिलहाल करेंट सत्र के छात्रों की डिग्री डिजीलॉकर पर भेजी जा रही है बैकलॉग की डिग्री अपडेट हो जाने के बाद पुरानी डिग्री के लिए भी यह सुविधा मिलने लगेगी.

Also Read: आरक्षण को लेकर मुकेश सहनी की पार्टी ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- भाजपा के लोग कहते कुछ हैं करते कुछ हैं

अनिवार्य होने के कारण हटाया गया जन्मतिथि का कॉलम

डिजीलॉकर पर डिग्री अपलोड करने में छात्रों से जुड़ी जानकारी देनी होती है. विश्वविद्यालय के पास छात्रों का जो विवरण है. उसमें किसी भी डॉक्युमेंट में जन्मतिथि और मां के नाम का जिक्र नहीं था. इस कारण डिजीलॉकर पर डिग्री अपलोड करने में परेशानी हो रही थी. विश्वविद्यालय ने इस परेशानी को दूर करने के लिए इन दोनों विकल्पों को वेब ऑफ कर दिया है. इसके बाद 59 हजार से अधिक छात्रों का प्रोविजनल डिजीलॉकर पर अपलोड कर दिया है.

ये होंगे डिजीलॉकर पर प्रमाणपत्र के फायदे

छात्र-छात्राओं को डिजीलॉकर पर प्रमाणपत्र अपलोड होने के कई फायदे मिलेंगे. एक तो उन्हें प्रमाणपत्र के लिए विश्वविद्यालय या कॉलेज का चक्कर नहीं काटना होगा. उच्च शिक्षा के लिए दूसरे संस्थान में जाने पर प्रमाणपत्र का सत्यापन डिजीलॉकर से ही हो जाएगा. नौकरी के समय प्रमाणपत्र के सत्यापन के लिए विश्वविद्यालय को डिग्री की प्रति नहीं भेजनी होगी. इससे समय भी बचेगा और प्रक्रिया भी जल्दी पूरी होगी. छात्र-छात्राओं को दोहरा भुगतान भी नहीं करना होगा.

Also Read: किशनगंज में पुलिस ने स्मैक तस्करों का किया भंडाफोड़, महिला सहित दो आरोपी गिरफ्तार

इस प्रकार खुलेगा डिजीलॉकर पर होगा रजिस्ट्रेशन

छात्र-छात्राओं को डिजीलॉकर से डिग्री प्राप्त करने के लिए डिजीलॉकर के अधिकृत वेबसाइट या एप पर रजिस्टर करना होगा. नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, इमेल आइडी के साथ ही छह डिजिट का पिन दर्ज करना होगा. यदि पहले से रजिस्ट्रेशन हो तो आइडी और पासवर्ड व ओटीपी के माध्यम से लॉगइन करना होगा. यहां प्रमाणपत्र के सेक्शन में जाकर इसे डाउनलोड किया जा सकेगा. इसे पीडीएफ फॉर्मेट में शेयर भी करने का विकल्प मिलेगा.

Exit mobile version