बूढ़ी गंडक में 24 घंटे में एक मीटर बढ़ा पानी, शेखपुर ढाब के कई घर जलमग्न

नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही मूसलधार बारिश और वाल्मीकिनगर बराज से पानी छोड़े जाने से बागमती, बूढ़ी गंडक, गंडक के जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है. बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में एक मीटर की वृद्धि हुई है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 15, 2020 8:22 AM

मुजफ्फरपुर. नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही मूसलधार बारिश और वाल्मीकिनगर बराज से पानी छोड़े जाने से बागमती, बूढ़ी गंडक, गंडक के जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है. बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में एक मीटर की वृद्धि हुई है. सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक का लेबल 50.74 मीटर रहा, जबकि खतरा का निशान 52.53 है. शहर से सटे शेखपुर ढ़ाब में पानी घुस गया है. बस्ती के लोग माल – मवेशी के साथ ऊंचे स्थान पर पलायन कर रहे हैं.

वार्ड 15 के झील नगर के में पानी घुस चुका है. पानी के बढ़ते दबाव देखते हुए बूढ़ी गंडक के सभी स्लूइस गेट को बंद कर दिया गया है. उसे मिट‍्टी के बैग से पैक किया गया है. बागमती नदी कटौझा में खतरे के निशान से करीब दो मीटर ऊपर है.

बागमती का डेंजर लेवल 55.23 मीटर है, जबकि अभी जलस्तर 57 मीटर पर पहुंच गया है. बागमती नदी में तेजी से पानी बढ़ने से औराई, कटरा व गायघाट के गांवों में पानी घुस गया है. बागमती बांध के अंदर आने वाले गांव की स्थिति अधिक दयनीय है, जो अभी विस्थापित नहीं हुए है

औराई, कटरा व गायघाट में अलर्ट, भेजा पॉलीथिन

आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 33 वार्डों के 1600 से अधिक परिवार बाढ़ से घिर चुके हैं. इन सभी को ऊंचे स्थानों पर ले जाने के लिए नाव की व्यवस्था की जा रही है. सभी सीओ को पर्याप्त संख्या में नाव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि बाढ़ से घिरे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके.

इन तीनों प्रखंडों के सीओ को 25000 शीट पॉलिथिन उपलब्ध करा दिया गया है. बाढ़ से घिरे परिवारों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने को सभी पीएचसी प्रभारी को निर्देश दिया गया है. माल मवेशी के इलाज के लिए पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिये गये है. जीवन रक्षक दवाओं का पर्याप्त भंडार रखने को कहा गया है

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