सीएचसी की चहारदीवारी के बगल में बनी सड़क को लेकर बढ़ा विवाद प्लॉटर और व्यवसायियों ने एक-दूसरे पर दर्ज करायी प्राथमिकी प्रतिनिधि, सरैया सरैया बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की चहारदीवारी के बगल में बनी सड़क का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मामले में गुरुवार की शाम व्यवसायी संघ सरैया के सचिव नन्हक साह और प्लॉटर विश्वजीत शाही के बीच हुए विवाद को लेकर व्यावसायियों ने शुक्रवार को दुकानें बंद रखीं और रामा टॉकीज परिसर में उमेश कुमार की अध्यक्षता में बैठक की. व्यवसायी संघ के सदस्यों ने पुलिस-प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की है. हालांकि बंद का असर मिला-जुला रहा. मामले को लेकर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं पुलिस दोनों पक्षों के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई कर रही है. जानकारी के अनुसार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की चहारदीवारी के बगल में प्लॉटर द्वारा बनायी गयी सड़क को लेकर विगत नौ माह से लगातार स्थानीय लोगों द्वारा विरोध-प्रदर्शन जारी है. इस कारण दोनों पक्षों में तनाव व्याप्त है. भू-माफिया भगाओ, अस्पताल बचाओ के बैनर तले एक पक्ष सरकारी अस्पताल की जमीन पर सड़क बनाने का विरोध कर रहा है. वहीं दूसरा पक्ष उक्त सड़क को अपनी जमीन बता रहा है. हालांकि एसडीओ मुजफ्फरपुर पश्चिमी श्रेया श्री, एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन, सीओ सरैया अंकित कुमार तथा थानाप्रभारी जयप्रकाश सिंह की उपस्थिति में तीन बार हुई मापी के बाद जिलास्तरीय वरीय अधिकारियों की कमेटी ने सड़क को वैध बताया है. गुरुवार की देर शाम में हुए विवाद में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. भू-माफिया भगाओ, अस्पताल बचाओ के सक्रिय सदस्य तथा व्यवसायी संघ सरैया के सचिव नन्हक साह ने अपने ऊपर जानलेवा हमला होने का आरोप लगाते हुए पुलिस को आवेदन दिया है, जिसमें विश्वजीत शाही, पूर्व मुखिया बैजू महतो और अजय शर्मा को नामजद किया है. बताया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की चहारदीवारी के पास रखी गुमटी का गुरुवार की शाम कुछ लोगों द्वारा ताला काटते देखने पर गया, जहां विरोध करने पर विश्वजीत शाही के कहने पर बैजू महतो, अजय शर्मा सहित अन्य लोगों के आने पर मेरी जान बची. उधर, दूसरे पक्ष से विश्वजीत शाही ने बताया है कि सरैया अस्पताल के पीछे की लगभग ढाई एकड़ जमीन पर प्लॉटिंग कर रहा हूं, जिसको लेकर स्थानीय व्यवसायी पूर्व से 20 लाख की रंगदारी मांग रहे हैं. गुरुवार की शाम नन्हक साह और अज्ञात पांच लोग उक्त प्लॉट पर बने कार्यालय पर पहुंचकर रंगदारी की मांग करते हुए गाली-गलौज करने लगे. मेरे स्टाफ द्वारा विरोध करने पर नन्हक साह द्वारा रॉड से हमला कर दिया गया. लोगों के आने पर निशांत रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया. थानाप्रभारी जयप्रकाश सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों से मिले आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. मामले में छानबीन के बाद कार्रवाई की जा रही है.
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