मुजफ्फरपुर सबसे पीछे, 89.53 प्रतिशत की ही ई-केवाईसी

राशन कार्डधारियों का मामला, 30 सितंबर तक मियाद

By Prabhat Khabar News Desk | July 3, 2024 7:53 PM

मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर

राशन कार्ड को अपडेट करने में तिरहुत प्रमंडल सबसे पीछे है. अब तक 89.53 प्रतिशत राशन कार्डधारियों ने ही ई-केवाईसी कराया है. विभागीय आंकड़ों में अरवल इस मामले में अव्वल है. इस जिले में 97.55 प्रतिशत लाभुकों का ई-केवाईसी हो चुका है. इसी प्रकार समस्तीपुर में 97.25, नवादा में 96.97, पटना में 95.85, सीतामढ़ी में 90.20, शिवहर में 94.46, दरभंगा में 90.25, मधुबनी में 96.54, पश्चिम चंपारण में 92.24, पूर्वी चंपारण में 95.49, औरंगाबाद में 96.43, गया में 95.24 व अररिया में 93.73 प्रतिशत ई-केवाईसी अपडेट हुआ है. अब 30 सितंबर तक लाभुक ई-केवाईसी करा सकेंगे.

खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव ने तिथि में संशोधन करते हुए नयी तिथि जारी की है. इस बारे में जिलों को अवगत करा दिया है. कहा है कि निर्धारित तिथि में शत-प्रतिशत ई-केवाईसी पूरा कराते हुए मुख्यालय को रिपोर्ट भेजें. इससे पूर्व 30 जून तक की तिथि निर्धारित की गयी थी, लेकिन राज्य में महज 93.45 प्रतिशत राशन कार्डधारकों का ई-केवाईसी हो सका. इसे देखते हुए विभाग ने समयसीमा आगे बढ़ा दी है.

जिला में नौ लाख के करीब राशनकार्ड धारक

विभाग के सचिव ने सभी डीएम को इसकी जानकारी देते हुए शत-प्रतिशत ई-केवाईसी कराने के लिए अपने स्तर से सभी पीडीएस डीलरों को क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने को कहा है. इसके लिए माइकिंग कर लोगों को जागरूक करें. दुकान व सार्वजनिक जगहों पर बैनर पोस्टर लगाने को कहा है. जिले में नौ लाख के करीब राशन कार्ड धारक हैं, जो हर महीने राशन का उठाव करते हैं. परिवार के प्रत्येक सदस्य को पांच किलो चावल और गेहूं मुफ्त दिया जाता है. राशन कार्ड अपडेट करने में फिंगर स्कैन को लेकर समस्या आ रही है. खास तौर से बुजुर्ग का फिंगर मैच नहीं कर पाता है. यही वजह है लोगों को बार-बार पीडीएस डीलर के यहां दौड़ लगानी पड़ रही है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version