जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव ने किया दौरा बिहार सरकार पर बाढ़ की स्थिति की समीक्षा नहीं करने का लगाया आरोप 10 दिनों की न्याय यात्रा के बाद 27 अक्तूबर को पटना में होगा जनसंवाद गायघाट, प्रतिनिधि बिहार में जनता बाढ़ से त्रस्त है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 2025 के चुनाव की चिंता सता रही है. इससे साफ जाहिर है कि उन्हें बिहार की जनता की नहीं, अपनी कुर्सी की चिंता है. मुजफ्फरपुर में 10 हजार से अधिक परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं, जबकि सरकार द्वारा किया जा रहा राहत व बचाव कार्य ऊंट के मुंह में जीरा का फोरन वाली कहावत को चरितार्थ कर रहा है. उक्त बातें भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद बेनीबाद में आयोजित जनसंवाद में रविवार को कहीं. उन्हाेंने कहा कि मुजफ्फरपुर जिले के औराई, कटरा, गायघाट, मीनापुर प्रखंड के सैकड़ों गांवों में बागमती के तटबंधों के कटाव के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. दर्जनों रोड, पुल-पुलिया और संपर्क पथ ध्वस्त हो गये हैं. फसल पूरी तरह नष्ट हो गयी है. माल मवेशी काे काफी नुकसान हुआ है. ऐसी स्थिति में बाढ़ की तबाही को देखते हुए सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए थी, लेकिन सरकार द्वारा इस दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही है, जो निंदनीय है. 16 अक्तूबर से होगी बदलो बिहार न्याय यात्रा राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि भाकपा माले पूरे बिहार में 16 अक्तूबर से बदलो बिहार न्याय यात्रा शुरू कर रही है, जिसमें भूमि सर्वे, स्मार्ट मीटर व सरकार की योजनाओं की समीक्षा कर 27 अक्तूबर को पटना में जनसंवाद करेगी. मौके पर भाकपा माले के प्रखंड सचिव जितेन्द्र यादव ने बताया कि बागमती बांध परियोजना का सरकार द्वारा बिना रिव्यू किये ही निर्माण किया जा रहा है़ इस कारण भी बागमती नदी द्वारा तबाही मची है. मौके पर पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ, विधान पार्षद शशि यादव, केन्द्रीय कमेटी के सदस्य धीरेंद्र झा, कोशी प्रभारी बैद्यनाथ यादव, जिला पार्षद बिजनेश यादव आदि मौजूद थे. ———– फोटो – बेनीबाद में जनसंवाद करते भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य़
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