-दो अस्पतालाें में 34 बच्चे कराये गये हैं भर्ती मुजफ्फरपुर. गर्मी के सीजन में जॉन्डिस की बीमारी आम हो चली है. इन दिनों अधिकतर लोग इससे पीड़ित हो रहे हैं. इनमें बच्चों की संख्या सबसे अधिक है. गंभीर श्रेणी के मरीजों को अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है. एसएकेएमसीच व केजरीवाल अस्पताल में ही 34 बच्चे भर्ती हैं. सरकारी व प्राइवेट डॉक्टर के ओपीडी में जॉन्डिस मरीजों की संख्या काफी बढ़ गयी है. अधिकतर मरीज भूख नहीं लगने व पेशाब के पीले होने की शिकायत पर पहुंच रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में खान-पान में ऐहतियात नहीं बरतने की वजह से इस बीमारी से अधिक लोग पीड़ित होते हैं. गर्मी में खाना जल्दी खराब होता है. स्ट्रीट फूड पर बिकने वाले वैसी खाद्य सामग्री जिसमें स्वच्छता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है, उसके सेवन से बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है. लक्षण पहचान कर तुरंत लें डॉक्टर से परामर्श : शरीर में जॉन्डिस का लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिये. एसकेएमसीएच के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ गोपाल शंकर सहनी कहते हैं कि जॉन्डिस होने के तुंरत बाद डॉक्टर से परामर्श लेने पर बीमारी जल्दी ठीक हो जाती है. देर होने पर मरीज की स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है. अभी के मौसम में खुद भी खान-पान में स्वच्छता का ख्याल रखना चाहिये और बच्चों को भी बाहर की तली भुनी चीजें नहीं देनी चाहिये. बच्चों को उबाला हुआ पानी ठंडा कर पिलाना चाहिये और बच्चों के नाखून नियमित अंतराल पर काटने चाहिये और उन्हें रोज स्नान कराना चाहिये. स्वच्छता का ध्यान रखने पर यह बीमारी नहीं होगी. जॉन्डिस के लक्षण – लगातार बुखार लगना – भूख नहीं लगना – वजन घटना, आंखों व नाखूनों में पीलापन – पेशाब का पीला होना – उल्टी होना
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