मुजफ्फरपुर. ठंड की मार सबसे अधिक बच्चे पर पड़ रही है. थोड़ी सी लापरवाही गंभीर रूप से बच्चों को बीमार बना रही. सदर अस्पताल समेत पीएचसी में उल्टी, दस्त, सिरदर्द, आंख से पानी आना, बुखार, शरीर में दर्द की शिकायत लेकर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. वहीं बच्चे में ठंड लगने से ब्रोंकियोलाइटिस व निमोनिया से पीड़ित हो रहे हैं. इधर डॉक्टरों का कहना है कि सर्दियों में दिन छोटा होता है. इसकी वजह से बॉडी में हॉर्मोंस का तालमेल बिगड़ जाता है.साथ ही धूप नहीं मिलने से बॉडी में विटामिन-डी की कमी भी हो जाती है. मौसम में उतार-चढ़ाव होने के बाद से सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ चिन्मय शर्मा ने कहा कि निमोनिया, उल्टी व दस्त के कारण अस्पतालों में इलाज लेने वाले बच्चों की संख्या बढ़ी है. कहा कि ठंड में बच्चों में ज्यादा वायरल बीमारी फैलती है. सबसे ज्यादा असर पेट व फेफड़े में होता है.पेट में ठंड लगने से बच्चे सर्दी, खांसी, दस्त, उल्टी, बुखार आदि से पीड़ित हो जाते हैं.
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