बच्चों ने बनाये उपयोगी माॅडल, दिखा भविष्य का सोच
बच्चों ने बनाये उपयोगी माॅडल, दिखा भविष्य का सोच
-1255 मध्य विद्यालयों में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर आधारित माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट की शुरुआत-डायट रामबाग में पीबीएल मेले का आयोजन, प्रथम विजेताओं को राज्य स्तरीय मेले में प्रोजेक्ट प्रस्तुति का मिलेगा मौका
मुजफ्फरपुर.
1255 मध्य विद्यालयों में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर आधारित माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गयी. इसमें बच्चों ने उपयोगी माॅडल बनाये. उनमें भविष्य का सोच दिखा. जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग (पीबीएल) मेला लगा. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रारंभिक शिक्षा व समग्र शिक्षा अभियान सुजीत दास, जिला शिक्षा समन्वयक मनोज कुमार, डायट रामबाग की प्रभारी प्राचार्य अनामिका, व्याख्याता डॉ निर्मल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. जिले में गणित व विज्ञान विषय में शिक्षण को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग आधारित माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन किया जा रहा है. इसके अंतर्गत अक्तूबर में जिले के 1391 मध्य विद्यालय में से 1255 मध्य विद्यालयों में वर्ग छह से आठ के बच्चों के बीच गणित व विज्ञान पढ़ाने वाले शिक्षकों की ओर से प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर आधारित माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गयी. गणित व विज्ञान विषय के शिक्षकों के निर्देशन में बच्चों की ओर से निर्मित प्रोजेक्ट में से प्रखण्ड स्तर पर उत्कृष्ट दो प्रोजेक्ट को बीइओ की ओर से चयनित कर जिला स्तर पर आयोजित पीबीएल मेला में प्रस्तुत किया गया.जिलास्तरीय पीबीएल मेले में शामिल गणित एवं विज्ञान विषय के विभिन्न प्रदर्शों में से गणित विषय के प्रोजेक्ट्स के मूल्यांकर्ता जिला तकनीकी दल के सदस्य सह जिले के मुरौल प्रखंड स्थित बुनियादी विद्यालय बखरी के शिक्षक केशव ने बोचहां प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय सरवानी चक के प्रोजेक्ट “हमारे क्षेत्र के नक्शा ” को प्रथम, मुशहरी के उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रोजेक्ट “ज्यामितीय आकृति का निर्माण ” को द्वितीय व सरैया स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोपालपुर के प्रोजेक्ट “कोणों के प्रकार ” को तृतीय स्थान पर चयनित किया गया. विज्ञान विषय के प्रोजेक्ट की मूल्यांकनकर्ता डायट रामबाग की व्याख्याता डॉ मीरा व अपर्णा ने सरैया स्थित मध्य विद्यालय आरोपुर के प्रोजेक्ट “हाइड्रोफोनिक्स फार्मिंग ” को प्रथम, बंदरा प्रखंड स्थित राजकीय मध्य विद्यालय हरपुर के प्रोजेक्ट “अर्थक्वेक सेंसर ” को द्वितीय व बोचहां के मध्य विद्यालय रापेरुपे के प्रोजेक्ट “प्रकाश के आपतन और परावर्तन मॉडल ” को तृतीय स्थान दिया. जिला स्तर पर चयनित व शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा. गणित व विज्ञान में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रोजेक्ट को राज्य स्तरीय पीबीएल मेला में शामिल होने का मौका मिलेगा.
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