मुजफ्फरपुर.
जिले में चमकी बुखार से पीड़ित हो रहे बच्चे दो दिनों में स्वस्थ होकर अपने घर भी जा रहे हैं. अब तक दो दर्जन से अधिक बच्चे पीड़ित होकर पीकू में भर्ती हुए हैं. इनमें से एक भी बच्चे में एइएस की पुष्टि नहीं हुई है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने कहा कि अगर बच्चे को सही समय पर इलाज मिल जाये तो वे दो दिन में ठीक होकर घर जा सकते हैं. इस साल जो भी बच्चे चमकी बुखार से पीड़ित हो रहे हैं, उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है. ऐसे में बच्चे स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार अब तक दस बच्चों में एइएस की पुष्टि हुई है. इसमें छह बच्चे जिले के हैं. वहीं दो बच्चे सीतामढ़ी, एक शिवहर, एक वैशाली के है. जनवरी से मई तक एसकेएमसीएच में दस बच्चे पीड़ित होकर पीकू में भर्ती हुए हैं. हालांकि इस दौरान किसी बच्चे की मौत नहीं हुई. सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने कहा कि बीमार बच्चों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए जिले में एइएस को लेकर जागरूकता बढ़ा दी गयी है. बच्चों को धूप में नहीं निकलने देने व बासी खाना नहीं खिलाने की सलाह दी जा रही है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि बच्चों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच लाया जा रहा है. बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे पीकू वार्ड में भर्ती कर एइएस के प्रोटोकॉल के तहत इलाज किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है