-सारण की युवती के घर पहुंच कर सीआइडी भाई- बहन से भी कर चुकी है पूछताछ मुजफ्फरपुर. शहर की चर्चित एमबीए छात्रा यशी सिंह का सुराग लगाने के लिए शुक्रवार को सीआइडी की टीम सेंट्रल जेल पहुंची. वहां डीबीआर कंपनी में नौकरी के नाम सारण की युवती से ठगी व यौन शोषण करने के मामले में बंद तिलक सिंह से पूछताछ की. सीआइडी के अधिकारियों ने तिलक को एमबीए छात्रा यशी सिंह का फोटो भी दिखाया. उससे कभी मुलाकात हुई थी या नहीं. इस तरह की लड़की डीबीआर कंपनी के किसी सेंटर पर मिली थी या नहीं. इस संबंध में पूछताछ की. जेल सूत्रों की मानें तो तिलक सिंह से सीआइडी के अधिकारियों ने करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ की है. इस दौरान वह सीआइडी के अधिकारियों को गोल- मटोल जवाब दिया है. हालांकि, तिलक सिंह से पूछताछ में क्या बातें सामने आयी है इसकी सीआइडी की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है. इससे पहले सीआइडी के डीएसपी सह केस के आइओ ने कोर्ट में अर्जी देकर तिलक सिंह से पूछताछ के लिए अनुमति मांगी थी. जानकारी हो कि सीआइडी के अधिकारी इससे पूर्व अहियापुर थाने में डीबीआर कंपनी के अधिकारियों पर शोषण का केस कराने वाली सारण जिले की युवती के घर पर जाकर यशी सिंह के बारे में पूछताछ की थी. सीआइडी के डीएसपी ने युवती के भाई से भी पूछताछ की थी. लेकिन, यशी सिंह के बारे में कुछ सुराग नहीं मिला था. सीआइडी के अधिकारियों का मानना है कि यशी सिंह एमबीए की छात्रा थी. उसको भी नाैकरी करने का शौक था. इस बिंदु पर सीआइडी जांच कर रही है. बता दें कि सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर से 12 दिसंबर 2022 को एमबीए की छात्रा यशी सिंह गायब हो गयी थी. मामले में उसके नाना राम प्रसाद राय के बयान पर अपहरण की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. प्राथमिकी दर्ज होने के एक साल बाद भी पुलिस यशी सिंह को नहीं खोज पायी. यशी सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट एक्टिव करके हैंडल करने के मामले में पुलिस दो महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजी थी. इसके अलावा एक संदिग्ध को थाने पर लाकर पूछताछ की थी. इसके बाद भी यशी का कुछ सुराग नहीं मिला तो उसके परिजनों ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. इस बीच जिला पुलिस से यह केस को सीआइडी को ट्रांसफर कर दिया गया. पहले जिला पुलिस की ओर से यशी सिंह की बरामदगी में सहयोग करने वाले या इसकी सूचना देने वाले के लिए 50 हजार इनाम घोषित किया था. लेकिन, अब उसको बढ़ाकर तीन लाख रुपये कर दिया गया. इसके बाद भी कुछ सुराग नहीं हासिल हो पायी है.
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