संवाददाता, मुजफ्फरपुर समाहरणालय परिसर में खुद को आग लगा लेने वाले बुजुर्ग बिंदा लाल गुप्ता (72) का पुलिस ने बयान दर्ज कर लिया है. उसने खुद को आग लगाने का कारण पुलिस को बताया है कि वह अपनी जमीन की डिग्री हाथ में लेकर घूम रहे थे. लेकिन, दबंग उनके जमीन पर कब्जा नहीं होने दे रहा था. इंसाफ के लिए अधिकारियों के ऑफिस का चक्कर काट रहे थे. लेकिन, इंसाफ नहीं मिला तो खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया. बिंदा लाल गुप्ता ने पुलिस को दिये बयान में घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा है कि वह अपनी जमीन को हासिल करने के गांव में पंचायत भी करवाया लेकिन, नंदलाल राम जमीन छोड़ने के लिए नहीं माना. 2011 में वह जनता दरबार में गया था. 2014 में कांटी के तत्कालीन सीओ अंगद कुमार ने उसके जमीन पर कब्जा दिलवा दिया. 2014 से वह अपने तीन डिसमिल जमीन जिसका खाता संख्या 75 और खेसरा 8611 है उसपर झोपड़ी बनाकर रह रहा था. कुछ दिनों बाद वह अपनी जमीन पर पक्का मकान बनाने की सोच रहे थे. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसका पैसा भी आ गया. जमीन पर मकान के लिए बिंब बनाना शुरू किया कि आरोपी पप्पू राम , नंदलाल राम, संजय राम और राहुल राम बोला कि पहले अमीन बुलाओ नहीं तो मार के भगा देंगे. चारों आरोपी बार- बार एससी एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दे रहा था. राहुल राम ने धमकी दिया कि अगर मुजफ्फरपुर जाओगे तो घर में घुसकर मारेंगे. इसके बाद आरोपियों ने लाखों के सामान के साथ उसका झोपड़ी गायब कर दिया. वह अधिकारियों के ऑफिस जाकर थक गया. अंत में आत्मा कबूल किया कि सरकारी ऑफिस में जाने से कोई फायदा नहीं है. डिगी हाथ में लेकर घूमते रहे, काफी खर्च के बाद भी उसको जमीन हासिल नहीं हुआ है. तंग आकर समाहरणालय परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया . एसकेएमसीएच के आइसीयू वार्ड में उसका इलाज चल रहा है. इधर, केस के आइओ दारोगा सत्येंद्र कुमार ने थाने पहुंचे झुलसे बुजुर्ग के पुत्र से भी घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की है. उसका बयान भी दर्ज की है. जानकारी हो कि घटना को लेकर झुलसे बुजुर्ग की पत्नी किशोरी देवी के बयान पर रविवार को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें जमीन पर कब्जा करने वाले पड़ोसी पप्पू राम उर्फ इंदेव राम, संजय राम, नंदलाल राम, संजय राम और नंदलाल राम के बेटा को नामजद आरोपी बनाया है. नगर थानेदार शरत कुमार ने बताया कि किशोरी देवी के बयान पर दर्ज प्राथमिकी व झुलसे बुजुर्ग बिंदा लाल गुप्ता के बयान की कॉपी को एक साथ अटैच करके अनुसंधान किया जा रहा है. समाहरणालय परिसर में खुद को आग लगा लेने वाले बुजुर्ग बिंदा लाल गुप्ता (72) का पुलिस ने बयान दर्ज कर लिया है. उसने खुद को आग लगाने का कारण पुलिस को बताया है कि वह अपनी जमीन की डिग्री हाथ में लेकर घूम रहे थे. लेकिन, दबंग उनके जमीन पर कब्जा नहीं होने दे रहा था. इंसाफ के लिए अधिकारियों के ऑफिस का चक्कर काट रहे थे. लेकिन, इंसाफ नहीं मिला तो खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया. बिंदा लाल गुप्ता ने पुलिस को दिये बयान में घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा है कि वह अपनी जमीन को हासिल करने के गांव में पंचायत भी करवाया लेकिन, नंदलाल राम जमीन छोड़ने के लिए नहीं माना. 2011 में वह जनता दरबार में गया था. 2014 में कांटी के तत्कालीन सीओ अंगद कुमार ने उसके जमीन पर कब्जा दिलवा दिया. 2014 से वह अपने तीन डिसमिल जमीन जिसका खाता संख्या 75 और खेसरा 8611 है उसपर झोपड़ी बनाकर रह रहा था. कुछ दिनों बाद वह अपनी जमीन पर पक्का मकान बनाने की सोच रहे थे. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसका पैसा भी आ गया. जमीन पर मकान के लिए बिंब बनाना शुरू किया कि आरोपी पप्पू राम , नंदलाल राम, संजय राम और राहुल राम बोला कि पहले अमीन बुलाओ नहीं तो मार के भगा देंगे. चारों आरोपी बार- बार एससी एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दे रहा था. राहुल राम ने धमकी दिया कि अगर मुजफ्फरपुर जाओगे तो घर में घुसकर मारेंगे. इसके बाद आरोपियों ने लाखों के सामान के साथ उसका झोपड़ी गायब कर दिया. वह अधिकारियों के ऑफिस जाकर थक गया. अंत में आत्मा कबूल किया कि सरकारी ऑफिस में जाने से कोई फायदा नहीं है. डिगी हाथ में लेकर घूमते रहे, काफी खर्च के बाद भी उसको जमीन हासिल नहीं हुआ है. तंग आकर समाहरणालय परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया . एसकेएमसीएच के आइसीयू वार्ड में उसका इलाज चल रहा है. इधर, केस के आइओ दारोगा सत्येंद्र कुमार ने थाने पहुंचे झुलसे बुजुर्ग के पुत्र से भी घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की है. उसका बयान भी दर्ज की है. जानकारी हो कि घटना को लेकर झुलसे बुजुर्ग की पत्नी किशोरी देवी के बयान पर रविवार को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें जमीन पर कब्जा करने वाले पड़ोसी पप्पू राम उर्फ इंदेव राम, संजय राम, नंदलाल राम, संजय राम और नंदलाल राम के बेटा को नामजद आरोपी बनाया है. नगर थानेदार शरत कुमार ने बताया कि किशोरी देवी के बयान पर दर्ज प्राथमिकी व झुलसे बुजुर्ग बिंदा लाल गुप्ता के बयान की कॉपी को एक साथ अटैच करके अनुसंधान किया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है