सिविल सर्जन और डॉक्टर होंगे तलब, होगी कार्रवाई
सिविल सर्जन और डॉक्टर होंगे तलब, होगी कार्रवाई
-निवेदन समिति के उप समिति टू ने सदर अस्पताल व एसकेएमसीएच का किया निरीक्षण -गदंगी, जलजमाव और डॉक्टर के नहीं होने से समिति ने जतायी नाराजगी मुजफ्फरपुर. विधानसभा निवेदन समिति के उप समिति टू ने शनिवार की शाम सदर अस्पताल व एसकेएमसीएच का जायजा लिया. इस दौरान समिति के सदस्य यहां की कुव्यवस्था देख कर हैरान रह गये. उन्हें घुटने भर पानी में चलकर वार्डों का जयजालेना और मरीजों से बात करनी पड़ी. समिति के सदस्य जब डॉक्टर और कर्मी के रोस्टर की मांग की तो उन्हें नहीं दिखाया गया. आइसीयू में एसी भी खराब पाया गया. इसके बाद समिति के सभापति अवधेश सिंह यबिफर पड़े. उन्होंने कहा कि यह कैसी व्यवस्था है. चारों तरफ गंदगी है. अस्पताल पानी से भरा हुआ है. सिविल सर्जन गायब हैं और डॉक्टरों का कोई अता-पता नहीं है. मरीजों को बेड शीट नहीं मिल रहा है. जिस गद्दे पर उन्हें रखा गया है, वह फटा हुआ है. आइसीयू की स्थिति भी ठीक नहीं है. समिति के अध्यक्ष ने सिविल सर्जन ऑफिस प्रभारी डॉ चंद्रशेखर प्रसाद को सफाई एजेंसी का भुगतान रोकने का निर्देश दिया. समिति के अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह की व्यवस्था पर वह जांच बैठायेंगे और निवेदन समिति के सभापति के यहां सिविल सर्जन और डॉक्टर को बुलायेंगे. जो भी दोषी होगा, उन पर कार्रवाई की जायेगी. सदस्य विजय कुमार, वीरेंद्र गुप्ता, मुकेश कुमार रौशन के साथ समिति के पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार, प्रवीण कुमार, हेमंत शर्मा और अभिनंदन कर्ण मौजूद थे .इधर, समिति के सदस्य सदर अस्पताल के बाद एसकेएमसीएच पहुंचे. उनसे मरीजों ने शिकायत दर्ज करायी कि स्वास्थ्य मंत्री के जाते ही बेड से चादर हटा दिया गया. यहीं नहीं, कई दवा ऐसी है , जिसे बाहर से खरीद कर लाना पड़ रहा है. सदस्यों ने वहां भर्ती मरीजों से इलाज संबंधित फीडबैक भी लिया.
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