मुजफ्फरपुर. जिले के सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई को लेकर शिक्षा विभाग ने दिशानिर्देश दिया है. कहा है कि अब किसी भी परिस्थिति में एक ही वर्गकक्ष में बैठाकर दाे या दाे से अधिक वर्ग के बच्चाें की पढ़ाई नहीं करायी जाएगी. इसके लिए जहां जरूरत हो स्कूलाें में अतिरिक्त कमराें का निर्माण कराया जाएगा. अपर मुख्य सचिव डाॅ एस सिद्धार्थ ने डीइओ को पत्र भेजकर स्कूलाें में आधारभूत संरचना पर विशेष ध्यान देने काे कहा है. कहा है कि जिन स्कूलाें में कमराें की कमी हाे, वहां वैकल्पिक ताैर पर नजदीक स्थित अन्य सरकारी भवन या सामुदायिक भवन में वर्ग संचालन की व्यवस्था करें. वर्तमान में यदि वर्ग कक्ष निर्माणाधीन हाे ताे सामुदायिक भवन या अन्य सरकारी भवनाें में भी वर्ग संचालन की व्यवस्था की जा सकती है. संबंधित सरकारी भवन स्कूल से 500 मीटर के दायरे में होना चाहिए. —– जांच में सही मिले जिले के दो शिक्षकों के प्रमाणपत्र मुजफ्फरपुर. स्थानीय निकाय सक्षमता परीक्षा-2024 प्रथम के अभ्यर्थियों की ओर से ऑनलाइन आवेदन के क्रम में बीटीइटी, सीटीइटी और एसटीइटी के रोल नंबर और प्रमाणपत्र डुप्लीकेट के रूप में चिह्नित किये गये थे. चिह्नित शिक्षकों के प्रमाणपत्रों के सत्यापन के बाद जिले के दो शिक्षकों समेत प्रदेश भर के 53 शिक्षकाें का प्रमाणपत्र सही पाया गया गया है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने पत्र जारी कर संबंधित जिलों के डीइओ को यह जानकारी दी है. साथ ही शिक्षकों की सूची भी भेजी गयी है. मुजफ्फरपुर जिला से इस सूची में चांदनी व संतोष कुमार का नाम शामिल है. चांदनी यूएमएस भगवान छपरा और संतोष कुमार यूपीजी एमएस भटौलिया में शिक्षक हैं. इनका बीटीइटी का प्रमाणपत्र डुप्लीकेट बताया गया था.जो जांच के क्रम में सही पाया गया.
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