फर्जीवाड़ा : फर्जी हस्ताक्षर वाले नन ज्यूडिशियल स्टांप पर हो रही जमीन की खरीद-बिक्री
ऑफिस की भी मिलीभगत
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर मुजफ्फरपुर में नन ज्यूडिशियल स्टांप की खरीद-बिक्री में बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है. लाइसेंसी स्टांप वेंडर के नाम ट्रेजरी ऑफिस से नन ज्यूडिशियल स्टांप पेपर की खरीद कर रजिस्ट्री ऑफिस में फर्जी हस्ताक्षर से मनमाने रेट पर उसकी बिक्री की जा रही है. वर्तमान में 1000 रुपये के स्टांप पेपर की बिक्री 1300-1500 रुपये में हो रही है. सबसे ज्यादा इन दिनों 1000 और 5000 रुपये के नन ज्यूडिशियल स्टांप पेपर की ही बिक्री होती है. कारण कि बिहार में कोई भी एग्रीमेंट के लिए न्यूनतम 1000 रुपये का स्टांप पेपर वैध है. यही नहीं, धड़ल्ले से फर्जी हस्ताक्षर वाले नन ज्यूडिशियल स्टांप पेपर पर ही जमीन की खरीद-बिक्री सहित अन्य तरह की एग्रीमेंट भी हो जा रहा है. मामले का खुलासा होने के बाद रजिस्ट्री के साथ-साथ ट्रेजरी ऑफिस भी सवालों के घेरे में आ गया है. बताया जाता है कि अभी पूरे जिले में 66 स्टांप विक्रेता रजिस्ट्री ऑफिस से रजिस्टर्ड है. लेकिन, बिक्री 100 से ज्यादा गुमटियों में हो रही है. दूसरे के नाम पर स्टांप लेकर फर्जी हस्ताक्षर से दूसरा व्यक्ति बेच रहा है. मतलब, स्टांप की खरीद-बिक्री में बिचौलिया गिरी पूरी तरह से हावी है. लेकिन, प्रशासनिक स्तर पर ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इससे आम पब्लिक का लगातार शोषण हो रहा है.
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